सूरत : AM/NS India ने उधना रेलवे स्टेशन पर रिवर्स वेंडिंग मशीन स्थापित की

पर्यावरण दिवस पर रिसाइकिलिंग को बढ़ावा देने के लिए पहल

सूरत : AM/NS India ने उधना रेलवे स्टेशन पर रिवर्स वेंडिंग मशीन स्थापित की

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर, आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (AM/NS India) ने बुधवार को सूरत के उधना रेलवे स्टेशन पर एक अत्याधुनिक रिवर्स वेंडिंग मशीन का उद्घाटन किया। यह मशीन खाली प्लास्टिक की बोतलों और पेय पदार्थों के एल्युमीनियम के डिब्बों को रिसाइकिल करने की सुविधा प्रदान करती है, जिससे प्लास्टिक कचरे के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी।

उद्घाटन समारोह में गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. जिज्ञासा ओझा, अरविंद बोधनकर, चीफ सस्टेनेबिलिटी ओफिसर, AM/NS India, शंकरा सुब्रमण्यन, हेड – एन्वायरमेन्ट, AM/NS India,  हजीरा, किरणसिंह सिंधा, CSR, AM/NS India – हजीरा, एवं उधना रेलवे स्टेशन के अधीक्षक योगेश ठाकुर और अन्य लोग भी मौजूद थे।

पर्यावरण को बचाने की दिशा में एक कदम

AM/NS India के हेड - कोर्पोरेट अफेयर्स, डॉ. अनिल मटू ने कहा, "यह रिवर्स वेंडिंग मशीन न केवल बड़ी मात्रा में प्लास्टिक कचरे को रिसाइकिल करने में मदद करेगी, बल्कि लोगों को प्लास्टिक कचरे के खतरों के बारे में जागरूक करने और जागरूकता बढ़ाने में भी मदद करेगी। यह मशीन हमारी 'प्रोजेक्ट ग्रीन' पहल का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य सूरत को प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने में योगदान देना है। हम सूरत के लोगों से इस मशीन का अधिक से अधिक उपयोग करने और स्वच्छ भविष्य में योगदान देने की अपील करते हैं।"

मशीन कैसे काम करती है

पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के तहत स्थापित इस मशीन में 200 मिली से 2.5 लीटर तक की खाली प्लास्टिक की बोतलों और एल्युमीनियम के डिब्बों को रीसाइकिलिंग के लिए डाला जा सकता है। उपयोगकर्ताओं को उनके फोन पर एक इनाम कूपन मिलता है। मशीन में प्रतिदिन 1,500 से 2,000 प्लास्टिक की बोतलों को संसाधित करने की क्षमता है, जो रीसाइकिलिंग के लिए 40-50 किलोग्राम प्लास्टिक कचरा इकट्ठा करती है।

प्लास्टिक कचरे की समस्या

सूरत में प्रतिदिन लगभग 20 टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न होता है, जो न केवल स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है, बल्कि वायु प्रदूषण में भी योगदान देता है। रिवर्स वेंडिंग मशीन जैसी पहल प्लास्टिक कचरे को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।

उम्मीद है कि यह पहल सूरत को स्वच्छ और स्वस्थ शहर बनाने में मदद करेगी।