पंजाब न हो तो देश सुरक्षित नहीं रह सकता : अमित शाह
लुधियाना में रवनीत बिट्टू के समर्थन में किया रैली को संबोधित
चंडीगढ़, 26 मई (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर पंजाब न हो तो देश सुरक्षित नहीं रह सकता क्योंकि आजादी की लड़ाई से लेकर आज तक पंजाबी हर कुर्बानी में अग्रणी रहे हैं। शाह रविवार को लुधियाना से भाजपा उम्मीदवार रवनीत बिट्टू के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पंजाब ने शुरू से लेकर आज तक केंद्रीय पूल में सर्वाधिक खाद्यान दिया है। पंजाब देश के कई राज्यों का पेट भरने का काम भी करता है। उन्होंने कहा कि कुछ ताकतें अपने स्वार्थों के कारण आज हिंदू-सिख का विवाद पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं जबकि वह ये नहीं जानते कि गुरू तेगबहादुर ने कश्मीरी पंडितों की बात पर हिंदुओं की रक्षा के लिए दिल्ली में अपना सर्वोच्च बलिदान कर दिया था। नवम गुरू के बलिदान से ही हिंदुओं को जीवन दान मिला है।
आम आदमी पार्टी एवं कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए अमित शाह ने कहा कि दिल्ली एवं हरियाणा में एक साथ चुनाव लड़ने वाले यह राजनीतिक दल पंजाब में अगल होने का ढोंग कर रहे हैं। सच्चाई यह है कि आम आदमी पार्टी पंजाब में कांग्रेस के एजेंडे को ही आगे बढ़ा रही है। चाहे वह भ्रष्टाचार का मामला हो या फिर पंजाब के युवाओं को नशे की गत में धकेलना का मामला। पंजाब के युवा आज नशे की चपेट में है। कांग्रेस ने पहले नशा तस्करों के खिलाफ ढील बरती और अब आम आदमी पार्टी के मुखिया ने शराब घोटाले को अंजाम दे रहे हैं तो इनके निचले स्तर के नेता खुलेआम नशा तस्करों को संरक्षण दे रहे हैं।
गृह मंत्री शाह ने कहा कि कांग्रेस एवं आप वाले 12 लाख करोड़ के घोटाले के आरोपित हैं। शाह ने पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) भारत में शामिल किए जाने के ऐलान को दोहराते हुए कहा कि मोदी सरकार ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर का निर्माण करके तथा अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करवाकर हिंदू-सिख एकता का प्रमाण दिया है। दिल्ली में हुए नरसंहार के लिए कांग्रेस को दोषी करार देते हुए गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस की नीतियां असमाजिक तत्वों को बढ़ावा देने वाली रही है। उन्होंने लुधियाना वासियों को आह्वान किया कि वह रवनीत बिट्टू को सांसद बनाकर दिल्ली भेजे उसके बाद सरकार में भागेदार बनाकर हम इन्हें वापस पंजाब भेजेंगे।