चौंकाने वाले आंकड़े : 50 प्रतिशत मधुमेह रोगियों में 30 फीसदी युवा

खराब जीवन शैली है शुगर बढ़ने का कारण : डॉ.अमन माथुर

चौंकाने वाले आंकड़े : 50 प्रतिशत मधुमेह रोगियों में 30 फीसदी युवा

गाजियाबाद,26 मई(हि.स.)। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में मधुमेह यानी शुगर की बीमारी लगातार पैर पसार रही है। जिस तेजी से शुगर की बीमारी लगातार बढ़ रही है, उससे चिकित्सक भी चिंतित हैं। उनका कहना है कि यदि शुगर जैसे बीमारी पर अंकुश लगाना है तो लोगों को अपने जीवन शैली और खान-पान बदलना होगा। हाल ही में जो आंकड़े निकाल कर आए हैं वह बेहद चौंकाने वाले और गंभीर हैं।

चिकित्सकों की मानें तो पिछले दिनों विभिन्न शिविरों में करीब एक हजार लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई तो उसमें करीब आधे लोग शुगर के मरीज पाए गए। उससे भी ज्यादा गंभीर बात यह रही की इनमें 30 प्रतिशत मरीज युवा थे।

पंडित सुंदरलाल अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉक्टर अमन माथुर कहते हैं कि उनके अस्पताल में पिछले 6 महीने के दौरान करीब छह नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगाए हैं। जिनमें करीब एक हजार लोगों के स्वास्थ्य के जांच की गई। जिसमें चौकाने वाले तथ्य यह है कि 500 से अधिक मरीज शुगर के पाए गए। इतना ही नहीं जब इनका वर्गीकृत किया गया तो इनमें डेढ़ सौ मरीज ऐसे थे जिनकी आयु 30 से 35 वर्ष तक की थी। उनका कहना है कि यह बेहद गंभीर बात है। उन्होंने कहा कि अगर जीवन शैली में बदलाव नहीं किया गया तो भारत शुगर कैपिटल बन जायेगा।

-कैसे बचे शुगर से

डॉक्टर अमन माथुर कहते हैं कि शुगर से बचने के लिए हमको अपने जीवन शैली में परिवर्तन लाना पड़ेगा। इसके लिए सबसे ज्यादा कोशिश यह करनी होगी कि हम लोग तनाव मुक्त रहें। इसके लिए फिजिकल एक्सरसाइज नियमित रूप से करनी होगी। बाहर के खाने से परहेज करना होगा। खास तौर पर पैक डब्बा बंद खाद्य पदार्थ व कोल्ड ड्रिंक आदि से भी हमको बचना होगा। उनका यह भी कहना है कि हमें नियमित रूप से योग अन्य व्यायाम करने चाहिए, हमें तनाव रहित जीवन व्यतीत करना होगा।

वरिष्ठ होम्योपैथ डॉ.वीरेश्वर त्यागी भी कहते हैं कि मधुमेह ज्यादा आयु में होती थी, लेकिन आज कर नौजवान भी इसके शिकार ही रहे हैं। इसकी वजह अनियमित खानपान व तनाव है। उनका कहना है कि शुगर जैसी बीमारी से बचने के लिए जीवनशैली बदलनी होगी।

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