सूरत : रविवार को डुमस में प्लास्टिक कचरे का ढेर, पर्यावरण को खतरा!

नेचर पार्क की तरह डुमस तट पर भी प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दे तो समुद्र में प्लास्टिक प्रदूषण को रोका जा सकता है

सूरत : रविवार को डुमस में प्लास्टिक कचरे का ढेर, पर्यावरण को खतरा!

रविवार को डुमस में 250 किलो कूड़ा फेंका गया, जिसमें से 25 किलो प्लास्टिक निकला। सूरत का एकमात्र दर्शनीय स्थल, डुमस सप्ताहांत के दौरान सूरतियों से भरा रहता है। इस जगह पर कई कूड़ेदान मौजूद होने के बावजूद सूरतवासी डुमस बीच पर कूड़ा फेंक रहे हैं, जिससे बीच की खूबसूरती तो खराब हो ही रही है, साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है।

समुद्र में प्लास्टिक : प्लास्टिक के समुद्र में जाने की संभावना रहती है क्योंकि समुद्र तट पर प्लास्टिक का उपयोग कर इसे खुले में फेंक दिया जाता है। सूरत नगर निगम ने एक एनजीओ की स्थापना की है। रविवार को डुमस बीच से करीब 250 कूड़ा उठाया गया, जिसमें 25 किलो से ज्यादा प्लास्टिक कचरा निकला।

सफाई अभियान : सूरत नगर निगम सूरत के दर्शनीय स्थल डुमस को विकसित करने के लिए काम कर रही है। अभी डुमस सी फेज़ का काम चल रहा है, आने वाले दिनों में यह जगह सूरतियों के लिए सबसे पसंदीदा जगह बन जाएगी। लेकिन वर्तमान में डुमस बीच पर जिस मात्रा में कचरा डंप किया जा रहा है वह सूरत नगर निगम और पर्यावरण दोनों के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है।

नगर निगम की अपील : सूरत नगर निगम ने लोगों से अपील की है कि वे डुमस बीच पर कूड़ा न फेंके। प्लास्टिक का उपयोग न करें और यदि उपयोग करते हैं तो उसे उचित स्थान पर फेंके। डुमस को स्वच्छ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।

डुमस बीच पर प्लास्टिक कचरे का ढेर पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा है। नगर निगम और लोगों को मिलकर इस समस्या का समाधान ढूंढना होगा। डुमस को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। यदि नगर निगम अपने नेचर पार्क की तरह डुमस तट पर भी प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दे तो समुद्र में प्लास्टिक प्रदूषण को रोका जा सकता है।

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