मप्र में नर्सिंग घोटाले में जांच कर रहे सीबीआई निरीक्षक 10 लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार

दिल्ली से आई सीबीआई की टीम ने भोपाल, इंदौर और रतलाम से कुल 13 लोगों को किया गिरफ्तार

मप्र में नर्सिंग घोटाले में जांच कर रहे सीबीआई निरीक्षक 10 लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार

भोपाल, 19 मई (हि.स.)। मध्य प्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों में घोटाला मामले में सीबीआई ने रविवार को बड़ी कार्रवाई की है। दिल्ली से आई सीबीआई की टीम ने अलग-अलग शहरों में छापेमारी कर सीबीआई के निरीक्षक राहुल राज समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें सीबीआई के चार अधिकारी शामिल बताए गए हैं। राहुल राज को टीम ने 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते दबोचा। हिरासत में लिए गए आरोपितों में तीन कॉलेज के संचालक भी शामिल हैं। इन पर चार कॉलेजों को कार्रवाई से बचाने के लिए रिश्वत लेने का आरोप है।

दरअसल, मप्र उच्च न्यायालय ने सीबीआई को मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद सीबीआई की टीम ने भोपाल, इंदौर और रतलाम शहर में ताबड़तोड़ कार्रवाई की। भोपाल में नर्सिंग कॉलेजों की जांच मामले को रफा-दफा करने के लिए सीबीआई के चार अधिकारियों को दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक विशेष टीम ने गिरफ्तार किया है। फोन पर बातचीत के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। इसमें रिश्वत देने वाले नर्सिंग कॉलेज के अधिकारियों को भी आरोपित बनाया गया है। ट्रैप किए गए सीबीआई अधिकारियों में दो मप्र पुलिस के और दो सीबीआई संवर्ग उप निरीक्षक व निरीक्षक स्तर के अधिकारी हैं। मप्र पुलिस से ये अधिकारी प्रतिनियुक्ति पर सीबीआई की जांच में सहयोग कर रहे थे।

गिरफ्तारी के बाद इन्हें रविवार को भोपाल में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार शर्मा की विशेष न्यायालय में पेश किया गया, जहां से पूछताछ के लिए सीबीआई ने उन्हें पुलिस रिमांड पर लिया है। सभी आरोपियों को 29 मई तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। भोपाल के अलावा इंदौर और रतलाम से भी नौ लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इस प्रकार सीबीआई ने कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि रिश्वत लेते पकड़े गए सीबीआई निरीक्षक राहुल राज के घर से तलाशी में सात लाख 88 हजार रुपये, दो गोल्ड के बिस्किट भी जब्त किए गए हैं। वहीं आरोपित रविराज भदोरिया के यहां से 84.65 लाख रुपये, प्रीति तिलकवार के यहां से करीब एक लाख रुपये और डायरी जप्त की है।

गौरतलब है कि शिक्षा और रोजगार से जुड़े मामलों में व्यापमं घोटाले के बाद राज्य का यह दूसरा बड़ा घोटाला है, जिसकी जांच सीबीआई के द्वारा की जा रही है और ऐसे में सीबीआई के अधिकारियों द्वारा ही इस मामले में रिश्वत लेने के आरोपों के बीच इस पूरी जांच प्रक्रिया पर ही सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।

364 कॉलेजों की जा रही जांच

नर्सिंग कॉलेजों में अनियमितताओं की शिकायत के बाद यह मामला मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय तक पहुंचा था। इसके बाद हाई कोर्ट की जबलपुर बैंच द्वारा 364 नर्सिंग कालेजों की व्यापक जांच करने का निर्देश केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) को दिया था। उच्च न्यायालय के आदेश के आधार पर अक्टूबर 2022 में सीबीआई ने इस मामले की जांच शुरू की थी। सीबीआई भोपाल की टीम प्रदेश के अलग-अलग जिलों में जाकर नर्सिंग कालेजों की जांच कर रही थी। सीबीआई की टीमें अलग-अलग नर्सिंग कॉलेजों की जांच करने पहुंची थी। जहां कॉलेज में हो रहे एडमिशन से लेकर यहां की फैकल्टी और छात्रों को दी जा रही सुविधा के अलावा कॉलेज से जुड़े सभी दस्तावेजों की जांच की रही थी।

शिक्षा और रोजगार से जुड़े मामलों में व्यापमं घोटाले के बाद राज्य का यह दूसरा बड़ा घोटाला है, जिसकी जांच सीबीआई के द्वारा की जा रही है और ऐसे में सीबीआई के अधिकारियों द्वारा ही इस मामले में रिश्वत लेने के आरोपों के बीच, इस पूरी जांच प्रक्रिया पर ही सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।