दुर्ग बस हादसे में 13 की मौत, आश्रितों को 10 लाख और नौकरी, मजिस्ट्रियल जांच के आदेश

राज्यपाल ने विश्व भूषण हरिचंदन ने दुर्घटना पर जताया शोक

दुर्ग बस हादसे में 13 की मौत, आश्रितों को 10 लाख और नौकरी, मजिस्ट्रियल जांच के आदेश

बस की फिटनेस और कंपनी के इंतजाम जांच के घेरे में

रायपुर, 10 अप्रैल (हि.स.)। दुर्ग जिले के कुम्हारी थाना अंतर्गत रायपुर-दुर्ग मार्ग पर मंगलवार की रात एक निजी कंपनी के कर्मचारियों की बस के खाई में गिरने से 13 लोगों की मौत पर राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने दुख जताया है। जिला प्रशासन ने घटना के कारणों की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।कंपनी प्रबंधन ने मृतकों के आश्रित परिजनों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा और एक परिजन को नौकरी देने की घोषणा की है।

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में बस के दुर्घटना पर राज्यपाल हरिचंदन ने एक्स पर लिखा कि कुम्हारी थाना अंतर्गत रायपुर-दुर्ग मार्ग पर कल निजी कंपनी के कर्मचारियों से भरी बस के दुर्घटनाग्रस्त होने से 13 लोगों की मौत का समाचार अत्यंत पीड़ाजनक है। महाप्रभु श्रीजगन्नाथ दिवंगत आत्माओं को सद्गति और शोक-संतप्त परिवार को इस दुख की घड़ी में धैर्य प्रदान करें। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना।

दरअसल, मंगलवार की रात जिले के कुम्हारी थाना अंतर्गत रायपुर-दुर्ग मार्ग पर कुम्हारी स्थित केडिया डिस्टिलर्स के कर्मचारियों को लेकर जा रही बस 40 फीट गहरी मुरुम के खदान में गिर गई थी। इस दुर्घटना में 13 लोगों की मौत हो गई है जबकि 15 लोग घायल हुए हैंं। घायलों में कई की हालत गंभीर बनी हुई है।

इसी फैक्टरी प्रबंधन ने दुर्घटना में मारे गए लोगों के आश्रितों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा और हर मृतक के परिवार के एक सदस्य को कंपनी में नौकरी देने की भी बात कही है। जिला प्रशासन की ओर से अंतिम संस्कार के लिए 25 हजार दिए गए हैं। कंपनी प्रबंधन ने हादसे में 13 लोगों की मौत होने की पुष्टि है।

कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने कुम्हारी बस हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश देते हुए कहा कि जो भी जिम्मेदार लोग दोषी पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी। पूरी जांच के बाद समिति अपनी रिपोर्ट सौंपेगी । घटना के बाद जिस तरह घायलों और कुम्हारी के लोगों के बयान सामने आए हैं, जिनके अनुसार बस की फिटनेस, खदान को खुला छोड़े जाने, खराब सड़क और कंपनी की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न होने की बातें सामने आ रही हैं। जिला प्रशासन ने परिजनों को विश्वास दिलाया है कि हादसे की निष्पक्ष जांच होगी। इस हादसे की जांच के लिए स्थानीय कार्यपालिका मजिस्ट्रेट छत्तीसगढ़ डिस्टीलिरीज कंपनी पहुंच गए हैं और उन्होंने अपनी जांच शुरू कर दी है।

इंटर स्टेट डिपार्टमेंट लीड एजेंसी रोड सेफ्टी छग के चेयरमैन एआईजी ट्रैफिक संजय शर्मा और उनकी टीम भी मौके पर पहुंच की हादसे की जांच शुरू कर दी है। यह टीम बस की स्थिति लापरवाही, मानवीय त्रुटि समेत कई बिंदुओं पर जांच करेगी।

इस दुर्घटना में अभी तक जिन मृतकों की शिनाख्त की गई है, उनमें कौशल्या निषाद, राजू ठाकुर, त्रिभुवन पांडेय, मनोज ध्रुव, मिकू भाई पटेल, कृष्णा, राम बिहारी यादव, कमलेश देशलहरे, परमानंद तिवारी, पुष्पा देवी पटेल, शांति बाई देवांगन और अमित सिन्हा शामिल हैं।

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