अहमदाबाद : बच्चों में 16 संस्कारों के बाद 17वें संस्कार के रूप में यातायात नियम जोड़े गये

अहमदाबाद सिटी ट्रैफिक पुलिस की एक अनूठी पहल

अहमदाबाद : बच्चों में 16 संस्कारों के बाद 17वें संस्कार के रूप में यातायात नियम जोड़े गये

हमारे शास्त्रों में 16 संस्कारों का उल्लेख मिलता है। जिससे व्यक्ति एक नेक इंसान बन सकता है। लेकिन, आने वाले समय में बच्चों को ट्रैफिक जैसे संवेदनशील मुद्दे के प्रति गंभीर बनाने के लिए अहमदाबाद में अहमदाबाद सिटी ट्रैफिक पुलिस की ओर से एक अनोखी पहल की गई है। जिसमें बालकों को 17 वें संस्कार के रुप में हेलमेट दिया गया। अहमदाबाद के विभिन्न स्कूलों के लगभग सात हजार बच्चों को विशेष रूप से तैयार हेलमेट देकर यातायात के मुद्दे पर जागरूक किया जाएगा।

भारतीय संस्कृति में जन्म से मृत्यु तक 16 संस्कार सम्मिलित हैं। इन संस्कारों से सार्थक और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। लेकिन, अहमदाबाद सिटी ट्रैफिक पुलिस की ओर से अगली पीढ़ी को ट्रैफिक नियमों के पालन के प्रति जागरूक करने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की गई है। जिसमें बच्चों को 17वें संस्कार के रूप में हेलमेट संस्कार की घोषणा की गई है। जिसके तहत शहर के पूर्व इलाके के विभिन्न स्कूलों के करीब सात हजार बच्चों को हेलमेट दिये जायेंगे। इसके तहत अहमदाबाद ट्रैफिक पुलिस ने रोटरी क्लब के सहयोग से हीराभाई टावर रोड इसनपुर में बच्चों को हेलमेट दिए।

इस बारे में जानकारी देते हुए अहमदाबाद ईस्ट के डीसीपी ट्रैफिक सफीन हसन ने बताया कि 17 संस्कारों की तरह हेलमेट संस्कार के भी दो अहम उद्देश्य हैं। जिसमें बच्चों में छोटी उम्र से ही हेलमेट पहनने की आदत विकसित की जाएगी और बच्चों को हेलमेट पहनने के लिए प्रोत्साहित कर उनके माता-पिता या अभिभावकों को भी हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को शुरुआत से ही अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। निकट भविष्य में कुल सात हजार हेलमेट वितरित किये जायेंगे। यह अहमदाबाद में अपनी तरह का पहला प्रोजेक्ट है, जहां वाहन चालकों को नहीं बल्कि उनके बच्चों को शामिल करके यातायात जागरूकता बढ़ाई जा रही है।

Tags: Ahmedabad