सूरत : दक्षिण गुजरात की सीटों पर कम वोटींग राजनीतिक दलों के लिए चिंता का विषय

पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में बारडोली में 13 फीसदी, नवसारी में 6 फीसदी, भरूच सीट पर 4 और वलसाड में 3 फिसदी कम मतदान हुआ

सूरत : दक्षिण गुजरात की सीटों पर कम वोटींग राजनीतिक दलों के लिए चिंता का विषय

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान प्रक्रिया मंगलवार को शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। चुनाव आयोग ने देर रात घोषणा की है कि गुजरात की 25 लोकसभा सीटों पर औसतन 59.49 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई है। पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में 64.51 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी तो कल मंगलवार को हुए मतदान में 7.03 फीसदी वोटिंग कम दर्ज की गई।

दक्षिण गुजरात की सूरत निर्विरोध घोषित हुई थी उसके अलावा अन्य चार सीटों पर भी मतदान का प्रतिशत काफी कम हुआ है। मतदान प्रतिशत में गिरावट राजनीतिक दलों के लिए चिंता का विषय बन गई है।

दक्षिण गुजरात की अन्य चार लोकसभा सीटों की अंतिम स्थिति के अनुसार, नवसारी लोकसभा सीट पर 59.66 प्रतिशत मतदान हुआ है जो 2019 चुनाव से 6.44 प्रतिशत कम है। वहीं बारडोली सीट पर 64.81 फीसदी वोटिंग हुई है जो पिछले चुनाव से 13 फीसदी कम है। वहीं वलसाड सीट पर 72.24 फीसदी वोटिंग हुई है, जो पिछले चुनाव से 2.98 फीसदी कम है। भरूच लोकसभा सीट पर कल हुए चुनाव में 68.75 फीसदी वोटिंग हुई, जो पिछले लोकसभा चुनाव से 4.48 फीसदी कम है।

2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भरूच सीट पर 73.23 फीसदी, बारडोली में 78.58 फीसदी, नवसारी सीट पर 66.10 फीसदी और वलसाड सीट पर 75.22 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी। राज्य चुनाव आयोग के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के अथक प्रयासों के बावजूद मतदान में भारी गिरावट आई है।

मतदान प्रतिशत में कथित गिरावट राजनीतिक दलों के लिए चिंता का विषय है। भीषण गर्मी, छुट्टियों और शादियों जैसे कारकों के कारण नवसारी-बारडोली समेत पूरे राज्य में मतदान कम हुआ है। मतदान में गिरावट के बाद कुछ सीटों पर चौंकाने वाले नतीजों की चर्चा के बीच भाजपा नेता दक्षिण गुजरात की बारडोली और नवसारी सीटों पर जीत को लेकर आश्वस्त हैं। हालांकि, अंत तक कार्यकर्ताओं और नेताओं की माथापच्ची के बाद भी मतदान में गिरावट बीजेपी के लीड लक्ष्य को काफी हद तक प्रभावित करेगी।

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