इस देश में शादी के बाद नहीं बदलनी पड़ेगी अपनी सरनेम
आम तौर पर सभी देश में शादी के बाद महिलाओं को अपनी सरनेम बदलनी पड़ती है। जापान में हालांकि इस मामले में थोड़ी छूट दी गई थी, जहां दोनों को मिलकर किसी एक सरनेम को पसंद करने की छूट मिलती थी। हालांकि ज्यादातर मामलों में महिला को अपनी सरनेम बदलनी ही पड़ती थी। जिसके कारण इस नियम को महिला विरोधी नियम भी कहा जाने लगा। हालांकि अब इस नियम में भी बदलाव आने वाला है। जापान की सरकार ने इस नियम में बदलाव करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। जापान में 70 प्रतिशत से ज्यादा लोग मानते है कि उन्हें अपनी पत्नी के अलग सरनेम रखने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। जबकि 14 प्रतिशत लोगों का मानना है कि पत्नी की सरनेम पति की ही होनी चाहिए। सर्वे से बाहर आई हकीकत कुछ ही समय पहले जापान में एक सर्वे हुए था। जिसमे यह हकीकत सामने आई है। जापान में 70.6 प्रतिशत लोगों का कहना है कि यदि उनकी पत्नी अपनी मूल सरनेम रखती है तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। जबकि 14.4 प्रतिशत लोग इस बात के […]

आम तौर पर सभी देश में शादी के बाद महिलाओं को अपनी सरनेम बदलनी पड़ती है। जापान में हालांकि इस मामले में थोड़ी छूट दी गई थी, जहां दोनों को मिलकर किसी एक सरनेम को पसंद करने की छूट मिलती थी। हालांकि ज्यादातर मामलों में महिला को अपनी सरनेम बदलनी ही पड़ती थी। जिसके कारण इस नियम को महिला विरोधी नियम भी कहा जाने लगा।
हालांकि अब इस नियम में भी बदलाव आने वाला है। जापान की सरकार ने इस नियम में बदलाव करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। जापान में 70 प्रतिशत से ज्यादा लोग मानते है कि उन्हें अपनी पत्नी के अलग सरनेम रखने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। जबकि 14 प्रतिशत लोगों का मानना है कि पत्नी की सरनेम पति की ही होनी चाहिए।
सर्वे से बाहर आई हकीकत
कुछ ही समय पहले जापान में एक सर्वे हुए था। जिसमे यह हकीकत सामने आई है। जापान में 70.6 प्रतिशत लोगों का कहना है कि यदि उनकी पत्नी अपनी मूल सरनेम रखती है तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। जबकि 14.4 प्रतिशत लोग इस बात के खिलाफ है।
जापान के प्रधानमंत्री का यह निर्णय काफी चौंकाने वाला है, क्योंकि उनकी पार्टी में कई नेता है जो पुराने रीति रिवाजों में विश्वास रखते है। उनका कहना है कि इस तरह से परिवार कि एकता पर असर पड़ता है। हालांकि विपक्ष के नेताओ द्वारा प्रधानमंत्री के इस निर्णय का स्वागत किया गया है। भारत में भी शादी के बाद महिला को अपनी सरनेम चेंज करनी पड़ती है। जिसे चलते कई बार महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। आपको क्या लगता है भारत में भी इस तरह का कोई कानून आना चाहिए?