इस कंपनी ने एक से अधिक बार टॉयलेट ब्रेक लेने वाले कर्मचारियों पर पैनल्टी लगाने का निर्णय किया!
चीन की एक कंपनी ने अपने कर्मचारियो के लिए एक अजीब नियम बनाया है। दक्षिणी चीन मे आई इस कंपनी ने अपने कर्मचारियो को आदेश दिया है कि यदि कोई भी कर्मचारी एक से अधिक बार टॉइलेट ब्रेक लेता है तो उस पर फ़ाइन लगाया जाएगा। इस तरह का अजीब नियम लगाने वाली अंपू इलेक्ट्रोनिक साइन्स अँड टेक्नोलोजी का कहना था कि उनके कर्मचारी काफी आलस करने लगे थे। जिसके चलते यह निर्णय लिया गया था। बताया जाता है की चीन के गुयांगडॉग प्रदेश मे आए दोंगगुयान मे आई इस कंपनी ने अपने कर्मचारियो से दंड वसूलना शुरू भी कर दिया है। 20 और 21 दिसंबर को 7 कर्मचारियो से एक्सट्रा टॉइलेट ब्रेक लेने के 20 – 20 युआन का दंड लिया गया था। सभी कर्मचारियों में इस नियम को लेकर काफी क्रोध है। हालांकि तंत्र को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, उन्होंने कंपनी को अपने आदेश को सुधारने और सभी कर्मचारियों से लिया दंड लौटा देने कहा हैं। आलसी हो गए है कर्मचारी; अब तक किसी से नहीं लिया गया दंड कंपनी के मैनेजर काओ ने बताया […]

चीन की एक कंपनी ने अपने कर्मचारियो के लिए एक अजीब नियम बनाया है। दक्षिणी चीन मे आई इस कंपनी ने अपने कर्मचारियो को आदेश दिया है कि यदि कोई भी कर्मचारी एक से अधिक बार टॉइलेट ब्रेक लेता है तो उस पर फ़ाइन लगाया जाएगा। इस तरह का अजीब नियम लगाने वाली अंपू इलेक्ट्रोनिक साइन्स अँड टेक्नोलोजी का कहना था कि उनके कर्मचारी काफी आलस करने लगे थे। जिसके चलते यह निर्णय लिया गया था।
बताया जाता है की चीन के गुयांगडॉग प्रदेश मे आए दोंगगुयान मे आई इस कंपनी ने अपने कर्मचारियो से दंड वसूलना शुरू भी कर दिया है। 20 और 21 दिसंबर को 7 कर्मचारियो से एक्सट्रा टॉइलेट ब्रेक लेने के 20 – 20 युआन का दंड लिया गया था। सभी कर्मचारियों में इस नियम को लेकर काफी क्रोध है। हालांकि तंत्र को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, उन्होंने कंपनी को अपने आदेश को सुधारने और सभी कर्मचारियों से लिया दंड लौटा देने कहा हैं।
आलसी हो गए है कर्मचारी; अब तक किसी से नहीं लिया गया दंड
कंपनी के मैनेजर काओ ने बताया की कि उन्होंने किसी भी कर्मचारी को दंड देने नहीं कहा है। जो भी इस टॉइलेट ब्रेक के नियम का उल्लंघन करेगा उसके मासिक बोनस मे से हमने यह दंड की रकम काट लेते है। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि कई कर्मचारी सिगरेट पीने के बहाने बार बार टॉइलेट जाते थे, जिससे की उनका काम धीमा होता था। कई बार चेतावनी देने के बाद भी वह नहीं सुधरे, इसलिए उन्हे यह निर्णय लेना पड़े।