परमाणु हथियारों का जखीरा बना रहा किम जोंग
सोल (ईएमएस)। पूरी दुनिया अभी तक कोरोना वायरस से उबर नहीं सकी है, उधर उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अपने परमाणु ठिकानों में गतिविधियां तेज कर दी हैं। ताजा सैटेलाइट तस्वीरों से संकेत मिले हैं कि राजधानी प्योंगयांग के पास एक खुफिया न्यूक्लियर फसिलटी में परमाणु समझौतों पर बातचीत के दौरान काम बंद या धीमा नहीं बल्कि अब तेज कर दिया गया है। इस फसिलटी की जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है और एक्सपट्र्स का मानना है कि यहां परमाणु हथियारों पर काम किया जा रहा है। यह फसिलटी प्योंगयाग के पास वोलो-री गांव में स्थित है। इसकी सैटेलाइट तस्वीरें प्लैनेट लैब्स ने ली हैं और मिडिलबरी इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के एक्सपट्र्स ने इन्हें स्टडी किया है। उनके मुताबिक किसी उत्तर कोरियाई परमाणु ठिकाने के सभी मानक इस जगह पर देखे जा सकते हैं। ओपन सोर्स इंटेलिजेंस एक्सपर्ट प्रोफेसर जेफरी लूइस ने अपनी रिपोर्ट छापने से पहले बताया है, इसमें उत्तर कोरिया परमाणु ठिकाने की तरह सुरक्षा परिधि है, उसके अंदर ही घर बने हैं, बिना लोगों को जानकारी हुए नेताओं के दौरों की व्यवस्था है […]

सोल (ईएमएस)। पूरी दुनिया अभी तक कोरोना वायरस से उबर नहीं सकी है, उधर उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अपने परमाणु ठिकानों में गतिविधियां तेज कर दी हैं। ताजा सैटेलाइट तस्वीरों से संकेत मिले हैं कि राजधानी प्योंगयांग के पास एक खुफिया न्यूक्लियर फसिलटी में परमाणु समझौतों पर बातचीत के दौरान काम बंद या धीमा नहीं बल्कि अब तेज कर दिया गया है।
इस फसिलटी की जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है और एक्सपट्र्स का मानना है कि यहां परमाणु हथियारों पर काम किया जा रहा है। यह फसिलटी प्योंगयाग के पास वोलो-री गांव में स्थित है। इसकी सैटेलाइट तस्वीरें प्लैनेट लैब्स ने ली हैं और मिडिलबरी इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के एक्सपट्र्स ने इन्हें स्टडी किया है। उनके मुताबिक किसी उत्तर कोरियाई परमाणु ठिकाने के सभी मानक इस जगह पर देखे जा सकते हैं।
ओपन सोर्स इंटेलिजेंस एक्सपर्ट प्रोफेसर जेफरी लूइस ने अपनी रिपोर्ट छापने से पहले बताया है, इसमें उत्तर कोरिया परमाणु ठिकाने की तरह सुरक्षा परिधि है, उसके अंदर ही घर बने हैं, बिना लोगों को जानकारी हुए नेताओं के दौरों की व्यवस्था है और एक अंडरग्राउंड फसिलटी भी है। इसके पास में ही एक पीने के पानी की फैक्ट्री है जिसमें ये सब कुछ नहीं है।