कुतुब मीनार से चार गुना बड़ा एस्टेरॉइड पृथ्वी के पास से गुजरेगा

इस एस्टरॉइड का नाम 2010 एनवाय 65 है। यह 1017 फुट लंबा है। यह स्टेच्यु ऑफ लिबर्टी की तुलना में लगभग तीन गुणा और कुतुब मिनार से चार गुणा बड़ा है। स्टेच्यु ऑफ लिबर्टी 310 फुट और कुतुब मिनार 240 फुट लंबा है।
यह एस्टेरॉइड 46,400 किलोमीटर प्रति घंटे की तेजी से पृथ्वी की तरफ आ रहा है। यह 24 जून को दोपहर 12.15 बजे पृथ्वी के समीप से गुजरेगा। युएस स्पेस एजेन्सी नासा के अनुमान के अनुसार यह पृथ्वी से लगभग 37 लाख किलोमीटर दूर से गुजरेगा।
नाना के वैज्ञानिकों ने इन सभी एस्टेरॉइड को पृथ्वी के लिए खतरा माना है जो पृथ्वी से 75 लाख किलोमीटर की दूरी से गुजरते हंै। इस तेजी से गुजरनेवाले गतिशील अवकाशी पदार्थों व खगोलीय गोले को नियर अर्थ ऑब्जेक्ट्स (एनईओ) कहा जाता है।
सूर्य के आसपास घूमनेवाले छोटे अवकाशी पदार्थों को एस्टेरॉइड अथवा क्षुद्रग्रह कहा जाता है। यह मुख्य तौर पर मंगल और गुरु के बीच स्थित एस्टेरॉइड पट्टे में दिखता है। कई बार इससे पृथ्वी को भी नुकसान पहुंचती है।
Named 2002 NN4, the asteroid is more than 1,000 feet across and will swing by near enough to make it onto NASA’s “close approach” list. https://t.co/SHM9FKpZqn
— USA TODAY (@USATODAY) June 4, 2020
जून में एस्टेरॉइड गुजरने की यह तीसरी घटना है। पहला एस्टेरॉइड पृथ्वी ग्रह के समीप से 6 जून को गुजरा था। उसका व्यास 570 मीटर था। वह पृथ्वी के समीप से 40,140 किलोमीटर प्रति घंटे की तेजी से गुजरा था। उसका नाम 2002 एनएन 4 था।
इसके बाद 8 जून को एस्टेरॉइड 2013 एक्स 22 उल्कापिंड पृथ्वी के समीप से गुजरा था। उसकी गति प्रति घंटे 24,050 किलोमीटर थी। यह धरती से लगभग 30 लाख किलोमीटर दूर से गुजरा था।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2013 में चेल्याबिंस्क एस्टेरॉइड रशिया में गिरा था। उसके गिरने से 1 हजार से अधिक लोग घायल हुए थे। हजारों मकानों की खिड़कियां और दरवाजे टुट गए थे।