अपने ही लोगों की गोली से मारे जाते हैं अमेरिकी
इस वर्ष अभी तक बंदूक से फायरिंग की 52,385 घटनाएं न्यूयार्क (ईएमएस)। अमेरिका में बंदूक की संस्कृति एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है। वजह है, टेक्सास चर्च में रविवार को हुई गोलीबारी। इस गोलीबारी में कम से कम 26 लोग मारे गए और 20 घायल हुए। अमेरिका में आतंकियों की बंदूक से जितने लोग मारे जाते हैं, उससे 2000 गुना ज्यादा लोग अपने ही देश के नागरिकों द्वारा की गई फायरिंग में मारे जाते हैं। गन वॉयलेंस आर्काइव के मुताबिक, इस वर्ष अभी तक बंदूक से फायरिंग की 52,385 घटनाएं सामने आई हैं। इनमें 13,149 लोगों की जानें गई हैं। इनमें 307 मास शूटिंग के मामले थे। बता दें कि गन वॉयलेंस आर्काइव ने मास शूटिंग में चार या उससे अधिक लोगों के मारे जाने (शूटर को छोड़कर) को रखा है। 1949 के बाद हुई पांच सबसे बड़ी मास शूटिंग में से दो पिछले 35 दिनों के दौरान हुई हैं। ये दो घटनाएं हैं लॉस वेगास शूटिंग और टेक्सास चर्च शूटिंग। 1 अक्टूबर को लॉस वेगास में हुई फायरिंग की घटना में 58 लोग मारे गए थे। 9/11 […]
इस वर्ष अभी तक बंदूक से फायरिंग की 52,385 घटनाएं
न्यूयार्क (ईएमएस)। अमेरिका में बंदूक की संस्कृति एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है। वजह है, टेक्सास चर्च में रविवार को हुई गोलीबारी। इस गोलीबारी में कम से कम 26 लोग मारे गए और 20 घायल हुए। अमेरिका में आतंकियों की बंदूक से जितने लोग मारे जाते हैं, उससे 2000 गुना ज्यादा लोग अपने ही देश के नागरिकों द्वारा की गई फायरिंग में मारे जाते हैं। गन वॉयलेंस आर्काइव के मुताबिक, इस वर्ष अभी तक बंदूक से फायरिंग की 52,385 घटनाएं सामने आई हैं। इनमें 13,149 लोगों की जानें गई हैं। इनमें 307 मास शूटिंग के मामले थे।
बता दें कि गन वॉयलेंस आर्काइव ने मास शूटिंग में चार या उससे अधिक लोगों के मारे जाने (शूटर को छोड़कर) को रखा है। 1949 के बाद हुई पांच सबसे बड़ी मास शूटिंग में से दो पिछले 35 दिनों के दौरान हुई हैं। ये दो घटनाएं हैं लॉस वेगास शूटिंग और टेक्सास चर्च शूटिंग। 1 अक्टूबर को लॉस वेगास में हुई फायरिंग की घटना में 58 लोग मारे गए थे। 9/11 के आतंकी हमले के बाद अमेरिका में जिहादी आतंकी हमले में 103 लोग मारे गए हैं। 2014 के बाद से फायरिंग में जितने लोग अमेरिका में मारे गए हैं। यह तादाद उनकी एक प्रतिशत से भी कम है।
इन भयावह आंकड़ों के बावजूद अमेरिका में आसानी से बंदूकों की उपलब्धता को लेकर कुछ खास कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। बंदूक की बिक्री को लेकर वहां नियम काफी ढीले हैं। लास वेगस के शूटर स्टीफन पैडॉक के पास से 47 बंदूकें बरामद हुई हैं। इनमें राइफल और सेमी-ऑटोमेटिक गन्स भी शामिल हैं। वह अमेरिका के नेवादा का रहने वाला था, जहां गन लेने के लिए परमिट की आवश्यकता नहीं होती है। 33 बंदूकें उसने महज एक महीने में खरीदी थीं। गन स्टोर्स को भी भारी मात्रा में बंदूक खरीदने के लिए ज्यादा कड़े नियमों का पालन नहीं करना होता। टेक्सास में लोगों को एआर-15 जैसी राइफल लेकर घूमने की अनुमति है। फायरिंग में शामिल कई लोगों के पास यही राइफल बरामद हुई है।
अमेरिकी संविधान में हुए दूसरे संशोधन के तहत नागरिकों को हथियारों को रखने के अधिकार का संरक्षण दिया गया है। 1776 में अमेरिका के स्वतंत्र होने के महज 15 सालों बाद यह संशोधन किया गया था। देश में प्रभावी राष्ट्रीय राइफल एसोशिएशन इसी आधार पर प्रतिबंध का विरोध करता। जबकि वहां के 55 फीसदी लोग चाहते हैं कि अमेरिका के गन लॉ को कड़ा किया जाना चाहिए। वहां गन कानून को सख्त किए जाने की मांग काफी पहले से हो रही है। 1990 के दशक में 10 में 7 लोग चाहते थे कि इस नियम को सख्त किया जाए।