कोरोना मरीज का मौत से पहले का ये वीडियो देखिये, कोई अस्पताल ऐसे कैसे कर सकता है?

तेलंगाना में कोरोना का कहर जारी है। स्थानीय प्रसाशन के कोरोना से लड़ने के तौर-तरीकों पर भी सवाल उठ रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा, जो शायद आपके रौंगटे खडे़ कर दे।
बताया गया है कि हैदराबाद के चेस्ट अस्पताल में भर्ती 35 वर्षीय युवक रवि कुमार ने अस्पताल में बिस्तर पर लेटे-लेटे पनी आपबिती मोबाईल पर वीडियो के रूप में रिकॉर्ड की। रवि कुमार वीडियो में कहते सुने गये हैं कि मुझ से सांस नहीं ली जा रही, इन्होंने वैंटीलेटर हटा दिया है। तीन घंटे हो गये हैं, मैंने जब उनसे कहा तो उन्होंने जवाब दिया कि तुम्हे पर्याप्त समय तक दे दिया गया है। मुझे लगता है कि मेरी ह्दय धड़कना बंद कर रहा है, कुछ नहीं बचा। अलविदा पापा, सभी को अलविदा। रवि कुमार की बाद में मौत हो जाती है। ये ह्दयविदारक वीडियो देखियेः
HEARTBREAKING: “Can’t breathe, they removed the ventilator. It’s been 3hrs, I asked and they said u had enough. I feel that my heart stopped beating, nothing left in me.Bye daddy,bye everyone”-last video of 35yr old man who succumbed to #COVID Family wants video shared #Hyderabad pic.twitter.com/IeNiUwkoHj
— Revathi (@revathitweets) June 28, 2020
सोशल मीडिया पर पत्रकार रेवती ने यह वीडियो साझा करते हुए लिखा है कि इन तस्वीरों को साझा करने से पहले उन्होंने मृतक के परिजनों से इजाजत ली है। परिजन चाहते हैं कि इस हकीकत की जानकारी दुनिया को पता चले। 24 जून को कोरोना का संदेह होने पर रवि कुमार को अस्पताल में भर्ती कराया जाता है और दो दिन बाद शुक्रवार को अस्पताल की ओर से परिजनों को शव सौंप दिया जाता है।
लगभग 30 की संख्या में परिजन दुःखी मन से रवि कुमार का अंतिम संस्कार कर देते हैं और उसके बाद उन्हें जानकारी दी जाती है कि मरीज का कोरोना रिपोर्ट पोजीटिव था। इस घटना से प्रसाशन की लापरवाही उजागर होती है। न सिर्फ साधनों की कमी की वजह से एक युवक की जान चली गई, बल्कि व्यवस्था की कमी से अन्य 30 लोगों को भी कोरोना संक्रमण के जोखिम में डाल दिया गया । संभव है कि जिन परिजनों को अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया, उन्हें कोविड का खतरा पैदा हो गया हो।
Family does cremation with 30 other people. Then they see this video. And then the #Covid test report comes saying he was positive. Not only this young man’s life was lost due to lack of facilities, his family & friends who cremated him without knowing are now at high risk. pic.twitter.com/Lsfd0nrDsm
— Revathi (@revathitweets) June 28, 2020
पत्रकार रेवती ने अपने ट्वीट में रवि कुमार के पिता वैंकटेश के हवाले से बताया है कि किस प्रकार वे अपने बेटे को लेकर 13-14 अस्पतालों में दर-दर भटकते रहे, किसी ने उनके बेटे को अस्पताल में भर्ती नहीं किया।
Venkatesh, father of Ravi Kumar narrates his gut wrenching ordeal. Roamed with his son to13-14 hospitals. No one gave admission without test report. Not more than 150tests are allowed at each lab. Got a bed at Chest hospital&then this happens. #Telangana #Hyderabad pic.twitter.com/f6F1RBgBkC
— Revathi (@revathitweets) June 28, 2020
रवि कुमार का परिवार उनके वीडियो को देखकर दहल गया है, जो उन्होंने अपनी मौत से पहले रिकॉर्ड किया था। उम्मीद करते हैं कि राज्य और केंद्र सरकार ऐसी लापरवाहियों का संज्ञान लेकर व्यवस्था में सुधार करेगी।