भयानक चक्रवाती तूफान तब्दील होकर तबाही मचा सकता है ‘अम्फान’, हाई अलर्ट पर प्रशासन
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, गंजम, जगतसिंहपुर, गजपति, नयागढ़, कटक, केंद्रपाड़ा, खुर्दा और पुरी के जिलाधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है

नई दिल्ली (ईएमएस) मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि अगले 24 घंटों में बंगाल की खाड़ी में ‘अम्फान’ भयंकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। चक्रवाती तूफान की वजह से क्षेत्र में बहुत तेज वर्षा होगी और तेज हवाएं चलेंगी और समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ सकती हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, गंजम, जगतसिंहपुर, गजपति, नयागढ़, कटक, केंद्रपाड़ा, खुर्दा और पुरी के जिलाधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। इधर, तमिलनाडु में भी अम्फान का खतरा बढ़ गया है। रविवार को चली तेज हवाओं के कारण सैकड़ों पेड़ गिर गए और काफी नुकसान हुआ। कोयंबटूर समेत कई जिलों में पेड़ों के गिरने की खबरें हैं।
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पीके जेना ने कहा इसके अलावा, हम चार तटीय जिलों जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर पर करीबी नजर रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान के खतरे को देखते हुए लगभग 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का इंतजाम किया गया है। इसके अलावा ओडिशा में चक्रवात का प्रभाव कम होने के तुरंत बाद बिजली, पानी की आपूर्ति, सड़कें साफ करने, बचाव और राहत अभियान शुरू करने की व्यवस्था की गई है।
Many boats anchored in Pamban in Ramanthapuram district were damaged in gutsy winds as #Amphan intensifies into a super cylone. Photo: L. Balachandar / The Hindu. pic.twitter.com/hUTgAsqez4
— The Hindu – Chennai (@THChennai) May 18, 2020
जेना ने कहा हमारे पास 567 चक्रवात और बाढ़ आश्रय स्थल मौजूद हैं। संकट की घड़ी में लोगों को इन आश्रय स्थलों में रखा जा सकता है। इसके अलावा, 7,092 इमारतों की व्यवस्था की है ताकि लोगों को रखने के लिए जगह कम न पड़े।’ चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ के खतरे को भांपते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अपनी 17 टीमें तैनात कर दी हैं और कई अन्य को तैयार रखा गया है। एनडीआरएफ की एक टीम में करीब 45 मेंबर होते हैं।
एनडीआरएफ के महानिदेशक एस। एन। प्रधान ने एक वीडियो मैसेज जारी करते हुए कहा एनडीआरएफ स्थिति पर नजर बनाए हुए है और हम राज्य सरकारों, मौसम विभाग और सबंधित एजेंसियों के संपर्क में हैं।’ उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ की 7 टीमें पश्चिम बंगाल में तैनात की गई हैं। वहीं, अन्य टीमों को ओडिशा के जिलों-दक्षिणी 24 परगना, उत्तरी 24 परगना, पूर्वी मिदनापुर, पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा और हुगली जिले में तैनात किया गया है। इसके अलावा एनडीआरएफ की टीमें ओडिशा के पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर और मयूरभंज जिले में भी तैनात की गई हैं।