सफाई कर्मचारी को मिठाई के डब्बे की जगह मिले 10 लाख रुपए; वापिस कर ईमानदारी की मिसाल पेशकश की
दुनिया में आज भी ईमानदार लोग मौजूद है, इस बात की मिशाल पेश की है दिल्ली नगर निगम की एक महिला सफाई कर्मी ने। दिल्ली के कांतिनगर इलाके में सफाई करते वक्त एक बुजुर्ग ने महिला सफाईकर्मी को मिठाई के बॉक्स की जगह गलती से 10 लाख रुपए का थैला दे दिया। जब महिला ने घर आकर थैला देखा तो उसने तुरंत ही उसे वापिस करने का निर्णय किया। महिला ने तुरंत ही अपने सफाई अधीक्षक से बात की, जिन्होंने बात कोरपोरेटर को की। रोशनी नामक यह महिला सफाई कर्मी जब मंगलवार को गली नम्बर 6 में सफाई कर रही थी। तभी नजदीक में ही रहेने वाले एक बुजुर्ग सोनू नंदा ने उसे एक थैला देकर अंदर दीवाली की मिठाई होने की बात कही। रोशनी ने थैला ले लिया और अपने घर चली गई। घर जाकर उसने जब थैला खोला तो उसमें से 10 लाख रुपए मिले। रोशनी ने तुरंत ही अपने सफाई अधीक्षक को इस बारे में सूचना दी, जिन्होंने कॉरपोरेटर को सूचित कर बुजुर्ग को फोन कर इस बारे में जानकारी दी। बुजुर्ग भी अपने घर में पैसों […]

दुनिया में आज भी ईमानदार लोग मौजूद है, इस बात की मिशाल पेश की है दिल्ली नगर निगम की एक महिला सफाई कर्मी ने। दिल्ली के कांतिनगर इलाके में सफाई करते वक्त एक बुजुर्ग ने महिला सफाईकर्मी को मिठाई के बॉक्स की जगह गलती से 10 लाख रुपए का थैला दे दिया। जब महिला ने घर आकर थैला देखा तो उसने तुरंत ही उसे वापिस करने का निर्णय किया। महिला ने तुरंत ही अपने सफाई अधीक्षक से बात की, जिन्होंने बात कोरपोरेटर को की।
रोशनी नामक यह महिला सफाई कर्मी जब मंगलवार को गली नम्बर 6 में सफाई कर रही थी। तभी नजदीक में ही रहेने वाले एक बुजुर्ग सोनू नंदा ने उसे एक थैला देकर अंदर दीवाली की मिठाई होने की बात कही। रोशनी ने थैला ले लिया और अपने घर चली गई। घर जाकर उसने जब थैला खोला तो उसमें से 10 लाख रुपए मिले। रोशनी ने तुरंत ही अपने सफाई अधीक्षक को इस बारे में सूचना दी, जिन्होंने कॉरपोरेटर को सूचित कर बुजुर्ग को फोन कर इस बारे में जानकारी दी।
बुजुर्ग भी अपने घर में पैसों से भरी थैली ढूंढ कर परेशान हो गए थे। जैसे ही उन्हें कॉरपोरेटर से फोन मिला, उनकी जान में जान आई थी। उन्होंने रोशनी की ईमानदारी से खुश होकर उसे 2100 रुपए की नगदी भी दी। बुजुर्ग ने कहा कि रोशनी ने साबित कर दिया की आज भी लोगों में ईमानदारी जिंदा है।
रोशनी ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि उसने एक पल के लिए भी पैसों को अपने पास रखने की नहीं सोची। कॉरपोरेटर कंचन माहेश्वरी ने बताया कि निगम के कर्मचारियों को हमेशा शंका की नजर से देखा जाता है। रोशनी ने सिद्ध किया की निगम में ईमानदार लोग भी काम करते है। उसकी इस ईमानदारी के लिए उसे निगम द्वारा सम्मानित किया जाएगा।