भीम सेना के चंद्रशेखर से मायावती को कहीं राजनीतिक नुकसान का अंदेशा तो नहीं?
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने रविवार को भीम सेना के नेता चंद्रशेखर उर्फ रावण पर हमला बोलते हुए कहा कि वह इस तरह के लोगों के साथ कभी कोई संबंध नहीं रख सकती हैं। मायावती ने भीम सेना प्रमुख की आलोचना की, कहा – इस तरह के लोगों के साथ कोई संबंध नहीं रखती गौरतलब है कि विगत दिनों जेल से रिहा हुए चंद्रशेखर ने अपने बयान में कहा था कि आने वाले चुनाव में वे भाजपा के खिलाफ काम करेंगे और गैर-सांप्रदायिक ताकतों को एकजुट करेंगे। दलितों में विशेष पैठ रखने वाले भीम सेना के नेता के मैदान में उतरने से कहीं बसपा सुप्रीमो मायावती को राजनीतिक नुकसान का अंदेशा तो हीं हो गया? क्या बसपा के पारंपरिक वोट बैंक में सैंध लगने की उन्हें संभावना नजर तो नहीं आ रही? इन्हीं सब राजनीतिक संभावनाओं के बीच उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए गठबंधन में शामिल होगी तो उसे अच्छी संख्या में सीटें मिलनी चाहिए। चंद्रशेखर ने कहा […]

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने रविवार को भीम सेना के नेता चंद्रशेखर उर्फ रावण पर हमला बोलते हुए कहा कि वह इस तरह के लोगों के साथ कभी कोई संबंध नहीं रख सकती हैं।
मायावती ने भीम सेना प्रमुख की आलोचना की, कहा – इस तरह के लोगों के साथ कोई संबंध नहीं रखती
गौरतलब है कि विगत दिनों जेल से रिहा हुए चंद्रशेखर ने अपने बयान में कहा था कि आने वाले चुनाव में वे भाजपा के खिलाफ काम करेंगे और गैर-सांप्रदायिक ताकतों को एकजुट करेंगे। दलितों में विशेष पैठ रखने वाले भीम सेना के नेता के मैदान में उतरने से कहीं बसपा सुप्रीमो मायावती को राजनीतिक नुकसान का अंदेशा तो हीं हो गया? क्या बसपा के पारंपरिक वोट बैंक में सैंध लगने की उन्हें संभावना नजर तो नहीं आ रही?
इन्हीं सब राजनीतिक संभावनाओं के बीच उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए गठबंधन में शामिल होगी तो उसे अच्छी संख्या में सीटें मिलनी चाहिए।
चंद्रशेखर ने कहा – मायावती को बुआ मानते हैं…
भीम सेना प्रमुख 15 महीने की जेल की सजा काटकर शुक्रवार को बाहर निकले हैं। उन्हें उत्तर प्रदेश के शब्बीरपुर गांव में हिंसा फैलाने के मामले में कथित भूमिका को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने घोषणा की है कि उनका मायावती के साथ कोई मतभेद नहीं है, जिन्हें वह बुआ मानते हैं।
मीडिया को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा, “पिछले दिनों एक शख्स जेल से बाहर आया है। वह मुझे बुआ कहने की कोशिश कर रहा है। मैं कभी भी इस तरह के लोगों से कोई संबंध नहीं रख सकती हूं।”
उन्होंने यह भी कहा कि वह गठबंधन के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन वह तभी इसमें शामिल होंगी, जब उनकी पार्टी को उन राज्यों में सम्मानजनक सीटें मिलेंगी, जहां वह कमजोर है।
मायावती ने कहा, “अगर ऐसा नहीं होता है तो हम अकेले चुनाव मैदान में उतरेंगे।”
बसपा कांग्रेस के साथ मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में गठबंधन के लिए बातचीत कर रही है, जहां वह कमजोर खिलाड़ी रही है। सभी तीनों राज्यों में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं।
-आईएएनएस