गुजरात की महिलाएं जीती है पुरुषों से ज्यादा, आरोग्य विभाग ने किया सर्वे

गुजरात की महिलाएं जीती है पुरुषों से ज्यादा, आरोग्य विभाग ने किया सर्वे

पानी से होने वाली बीमारियों से होने वाली मौत में आई कमी, 10 सालों में पुरुष की औसतन आयु 3 साल और महिला की 2 साल बढ़ी

गुजरात में आरोग्य सुविधा सुधरने और मेडिकल टेक्नोलोजी में आधुनिकीकरण के समनव्य में लोगों का आयुष्य सुधर चुका है। पिछले 14 साल में लोगों की आयुष्य में काफी इजाफा हुआ है। आरोग्य विभाग द्वारा किए गए एक सर्वे में यह तारण मिला है की गुजरात में पुरुषों का आयुष्य 70.7 साल और महिलाओं की उम्र 73.7 साल पता की गई है। 
एक समय था जब महिलाओं के मुक़ाबले पुरुषों का आयुष्य ज्यादा देखने मिलता था। पर पिछले 14 सालों में इसमें काफी बदलाव देखने मिला है। 2006 से 2010 के समयकाल में पुरुष का आयुष 67.2 जबकि महिलाओं का औसतन आयुष्य 71 साल दर्ज क्या गया था। साल 2011 से 2015 के काम में पुरुषों के आयुष्य में 2 और महिलाओं के आयुष्य में 1.5 साल का इजाफा दर्ज किया गया। 
इसके बाद साल 2016 से 2020 के समय में पुरुषों का औसतन आयुष्य 70.7 और महिलाओं का औसतन आयुष्य 73.7 साल दर्ज किया गया था। मतलब की पिछले 10 सालों में पुरुषों के औसतन आयुष्य में 3 और महिलाओं के औसतन आयुष्य में 2 साल का इजाफा हुआ है। आरोग्य विभाग का दावा है की मात्र गुजरात ही एक ऐसा राज्य है, जहां आरोग्य सेवाओं में 100 प्रतिशत कवरेज प्राप्त होता है। 
बता दे की गुजरात में 366 सामूहिक आरोग्य केंद्र, 1425 प्राथमिक आरोग्य केंद्र और 9063 पेटा आरोग्य केंद्र आए है। आरोग्य अधिकारियों के अनुसार, पानी से फैलने वाली बीमारियाँ जैसे की टाईफोइड, कोलेरा जैसी बीमारी के कारण पहले मृत्युदर ज्यादा रहता था। पर अब वह काबू में है। 2020 के आंकड़ो के अनुसार, राज्य में उल्टी-संडास के 5.14 लाख, पीलिया के 62 हजार, टाईफोइड के 9151 और कोलेरा का एक केस देखने मिला था। इन सबमें एक भी मरीज की मौत नही हुई है। 
Tags: 0