कौन कहता है नोइडा जाने वाला सत्ता खो देता है?; योगी आदित्यनाथ ने ये भ्रम भी तोड़ दिया है!

कौन कहता है नोइडा जाने वाला सत्ता खो देता है?; योगी आदित्यनाथ ने ये भ्रम भी तोड़ दिया है!

उत्तरप्रदेश में फिर एक बार भाजपा कि सरकार ही बनेगी यह तय हो चुका है। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सालों से चली आ रही एक मान्यता को तोड़ते हुये फिर से मुख्यमंत्री बनने के और आगे बढ़ रहे है। योगी आदित्यानाथ ने यूपी में सालों से चली आ रही नोइडा मान्यता को तोड़ दिया है। लोगों का मानना था कि जो भी मुख्यमंत्री नोइडा जाता है। वह अपनी मुख्यमंत्री का कुर्सी खो देता है। हालांकि योगी ने यह मान्यता भी तोड़ डी है। 
चुनाव परिणामों के अनुसार योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर शहर से जीत हासिल किया था। वहीं भाजपा द्वारा नोइडा, दादरी और जेवर विधानसभा क्षेत्र में भी जीत हासिल की गई थी। सालों से यूपीवासियों में यह मान्यता घर कर गई थी कि जो भी मुख्यमंत्री नोइडा जाता है, वह सत्ता में वापिस नहीं आता। साल 2007 में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाली मायावती भी नोइडा में अपने रिश्तेदार के यहाँ शादी में आकर यह मान्यता तोड़ने का प्रयास किया था। हालांकि साल 2012 में उन्होंने अपनी सत्ता गंवा दी थी। जिसके चलते यह मान्यता और भी दृढ़ हो गई थी।
इसके पहले उनके पूर्व मुख्यमंत्री मुलायमसिंह यादव, भाजपा के राजनाथ सिंह और कल्याणसिंह अपने कार्यकाल के दौरान नोइडा आए ही नहीं थे। साल 2012 में सीएम बनने के बाद अखिलेश यादव ने भी यह परंपरा जारी रखी और नोइडा का प्रवास नहीं किया था। हालांकि सत्ता संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ कई बार नोइडा में आए थे। यहाँ उन्होंने मेट्रो के उदघाटन के अलावा अन्य कई प्रोजेक्ट भी शुरू किए थे। जिसके बाद गौतमबुद्ध नगर जाकर उन्होंने कोरोना की स्थिति की समीक्षा भी की थी।