बेटे को नहीं मिला पार्टनर तो 64 वर्षीय मां मैदार में उतरी, ग्रीस को परास्त किया!

बेटे को नहीं मिला पार्टनर तो 64 वर्षीय मां मैदार में उतरी, ग्रीस को परास्त किया!

अब माँ का है बेटे के साथ ओलिंपिक खेलना

कहते है मां अपने बेटे के लिए कुछ भी कर सकती है। इसका एक उदाहरण हाल ही में खेल के मैदान में देखने को मिला जब टोक्यो में चल रही बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप में मां-बेटे की अनोखी जोड़ी खेलने उतरी। यहां 64 साल की मां स्वेतलाना और अपने 33 साल के बेटे मीसा के साथ इजरायल की ओर से मिक्स डबल्स मुकाबला खेल रही थीं। इतना ही नहीं इस जोड़ी ने अपने पहले मुकाबले में मिस्र के अदम हतेम एल्गामल और दोहा की टीम को 2-1 से हरा दिया।

बनाया नया रिकॉर्ड

इसके साथ स्वेतलाना इस चैम्पियनशिप में मैच जीतने वाली सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन चुकी है। हालांकि चैम्पियनशिप में 65 साल के अमेरिकी बैडमिंटन स्टार मैथ्यू फोगर्टी भी मैदान पर उतर चुकी है, लेकिन बीच में ही उन्हें चोट के कारण रिटायर होना पड़ गया था। 


अपने बेटे की कोच भी हैं स्वेतलाना

इस बारे में स्वेतलाना का कहना है कि अगले साल कोपेनहेगन में होने वाले टूर्नामेंट में हिस्सा लेकर अपने इस रिकार्ड को और बेहतर करेंगी। इसके बाद उनका सपना बेटे के साथ ओलिंपिक खेलने का भी है। मीसा की मां स्वेतलाना ने 1986 की यूरोपीय चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। वे अपने बेटे की कोच भी हैं। जब उनके बेटे को कोई पार्टनर नहीं मिला तो वे खुद बैडमिंटन कोर्ट में उतर गई।


इससे पहले भी उतर साथ खेल चुकी है ये जोड़ी

बताते चलें कि कि वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप में यह पहली बार नहीं है, जब इन दोनों मां-बेटे की जोड़ी मैदान पर उतरी हो। इससे पहले 2009 में भी मां स्वेतलाना और बेटे मीसा की जोड़ी मैच में धमाल मचा चुकी है। इस वक्त मीसा की उम्र 20 और मां स्वेतलाना की उम्र 51 साल थी।
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