वड़ोदरा : एटीएस को मिली एक और कामयाबी, बड़ी मात्रा में ड्रग्स और कच्चे माल समेत एक और फैक्ट्री जब्त

वड़ोदरा : एटीएस को मिली एक और कामयाबी, बड़ी मात्रा में ड्रग्स और कच्चे माल समेत एक और फैक्ट्री जब्त

हाल ही में मिले ड्रग्स और कच्चे माल की भारी मात्रा के बाद से ही जांच तेज हो चुकी है, अब तक 6 लोग हिरासत में

पिछले कुछ समय से वड़ोदरा के आसपास नशीले ड्रग्स बनाने की फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ हो रहा है और वडोदरा नशीले ड्रग्स बनाने के एपी केंद्र के रूप में कुख्यात हो रहा है। कुछ दिन पहले ही वडोदरा के सिंघरोट में ड्रग्स की फैक्ट्री पकड़ी गई। उसके बाद लगातार जांच जारी है। और अब लगातार दूसरे दिन बड़ी मात्रा में ड्रग्स बनाने में इस्तेमाल होने वाला लिक्विड जब्त किया गया है। साथ ही फैक्ट्री में तैयार ड्रग्स दुबई पहुंचने से पहले ही जब्त कर ली गई है।

एक और फैक्ट्री और बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद


आपको बता दें कि हाल ही में वड़ोदरा के सिंधरोट में ड्रग्स की फैक्ट्री सामने आने के बाद जारी जांच में फिर आज लगातार दूसरे दिन गुजरात एटीएस ने ड्रग फैक्ट्री के ठीक बगल में स्थित खेत से एक और ड्रग फैक्ट्री पकड़ी है। इस फैक्ट्री में एटीएस की टीम द्वारा 32 बैरल से अधिक मादक पदार्थ व केमिकल जब्त किया गया है। सिंधरोत के बाहरी इलाके में चलाए गए अभियान में एटीएस, जिला एसओजी और तालुका पुलिस की एक टीम शामिल थी। एफएसएल की टीम भी मौके पर जांच के लिए पहुंची। इसके साथ ही एटीएस ने 2 आरोपियों को भी हिरासत में लिया है जो पहले फरार चल रहे थे।

दूसरी यूनिट शुरू करने वाले तो आरोपी


गौर करने वाली बात ये है कि कल एटीएस ने सिंधरोत के पास महिसागर तट पर स्थापित एक फैक्ट्री में छापेमारी में 63 किलो 613 ग्राम एमडी ड्रग्स और एमडी ड्रग्स बनाने के लिए 80 किलो लिक्विड मटेरियल बरामद हुआ। इस ड्रग्स बनाने में उपयोगी केमिकल की कीमत भी करोड़ों में है। साथ ही ड्रग्स बनाने में इस्तेमाल होने वाला अन्य सामान भी जब्त किया गया है। पुलिस का मानना ​​है कि आरोपी ड्रग मामले में वडोदरा, मुंबई और नडियाद के बाद दुबई में एक और यूनिट शुरू करने की तैयारी कर रहा है। साथ ही दुबई से कितने रुपए हवाला के जरिए आए हैं। इसकी भी जांच की जा रही है।

पुलिस की सक्रियता सवालों के घेरे में


ड्रग फैक्ट्री का पता चलने के बाद एटीएस ने कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें सौमिल पाठक एमडी ड्रग्स फैक्ट्री चलाने का मुख्य मास्टरमाइंड है और मुंबई व दुबई के ड्रग डीलरों की संलिप्तता भी सामने आई है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि पुलिस के नाक के नीचे से ड्रग्स बनाने के लिए इतनी बड़ी मात्रा में कच्चा माल तरल रूप में यहां कैसे पहुंच गया?