फर्जी कोरोना रिपोर्ट देने के मामले में सूरत की दो लेबोरेटरी को मिली क्लीन चिट

फर्जी कोरोना रिपोर्ट देने के मामले में सूरत की दो लेबोरेटरी को मिली क्लीन चिट

जाँच समिति ने जाँच के बाद दी क्लीन चिट

राज्य में तेजी से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। दिन-ब-दिन संक्रमित आने वाले लोगों की संख्या बढ़ ही रही है । ऐसे में कुछ दिनों पहले सूरत में कोरोना परिक्षण से जुड़ा एक धांधली का मामला सामने आया था। ऐसा कहा जा रहा था कि सूरत में दो प्रयोगशाला फर्जी कोरोना रिपोर्ट जारी करके लोगों को ठग रहे है। अब इस मामले में बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल राज्य के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने सूरत के इन दो प्रयोगशालाओं को कोरोना टेस्ट रिपोर्ट विवाद में क्लीन-चिट दे दिया है। इसके साथ उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में राज्य में कोरोना परीक्षण करने वाली कुल 95 प्रयोगशालाएँ हैं।
आपको बता दें कि सूरत में फर्जी कोरोना रिपोर्ट जारी करने पर के विवाद पर पटेल ने कहा कि इस तरह की रिपोर्ट जारी करने में दो प्रयोगशालाएं तेजस प्रयोगशाला और हेमज्योत प्रयोगशालाएं शामिल थीं। उन्होंने आगे बताया कि इस मामले के लिए एक जांच का गठन किया गया था और यह सुनिश्चित किया गया था कि कोई धांधली न हो। इस जाँच समिति ने लोगों को जारी किए गए रिपोर्टों का सत्यापन करने के बाद उच्चस्तरीय समिति ने दोनों प्रयोगशालाओं को क्लीन चिट दे दी।
आगे उन्होंने बताया कि सूरत नगर निगम ने तेजस प्रयोगशाला को 25 किट दिए थे, जिनमें से केवल नौ का उपयोग किया गया था और 16 बिना उपयोग किए हुए पाए गए थे। जबकि अन्य प्रयोगशाला के मामले में प्रयोगशाला को कुल 150 किट जारी किए गए थे जिनमे से केवल तीन बचे थे। पटेल ने कहा कि शुरुआत में सभी कोरोना के नमूने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में भेजे जाते थे और फिर अन्य मेडिकल कॉलेज में परीक्षण की सुविधा स्थापित की गई थी। अब राज्य में कुल 45 सरकारी प्रयोगशालाएं और 50 अन्य निजी प्रयोगशालाएं कोरोना के परीक्षण के लिए कार्यरत हैं।