सूरत में और दो यूनिवर्सिटी को मिली मान्यता

सूरत में और दो यूनिवर्सिटी को मिली मान्यता

100 सालों से पुरानी वनिता विश्राम और सार्वजनिक एज्युकेशन सोसायटी पर लगी मुहर

सूरत सहित दक्षिण गुजरात के शिक्षण जगत के लिए कुछ अच्छे समाचार आए है। पिछले 100 सालों से भी पुरानी सूरत की दो प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थाओं ने यूनिवर्सिटी के तौर पर मंजूरी मांगी थी, उसे विधानसभा द्वारा मंजूरी मिल चुकी है। इसका मतलब की अब शहर में और दो यूनिवर्सिटी बनेंगी। बता दे की सूरत के शैक्षणिक जगत में सार्वजनिक एज्युकेशन सोसायटी ने 108 साल और वनिता विश्राम ने 114 साल पूरे किए हैं। दोनों संस्थाओं ने निजी यूनिवर्सिटी के लिए राज्य सरकार से मंजूरी मांगी थी। जिसे राज्य सरकार ने स्वीकार कर लिया है। इन दोनों संस्थाओं को आगामी दिनों में यूनिवर्सिटी बनाने का रास्ता खुल गया है।
गुजरात की पहली महिला यूनिवर्सिटी
सरकार की मंजूरी मिलने के बाद वनिता विश्राम विश्राम यूनिवर्सिटी गुजरात की प्रथम और पूरे देश की 19वीं नंबर की महिला यूनिवर्सिटी बन जाएगी। महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य के साथ शुरू की गई इस संस्था में अब महिलाओं के लिए उच्च शिक्षण की भी व्यवस्था उपलब्ध होगी। आगामी दिनों में वनिता विश्राम यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ ह्यूमिनिटि एंड सोशल साइंस, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडी, तथा स्कूल ऑफ अप्लाइड साइन्स स्टडी के सिलेबस शुरू किए जाएंगे। 
बढेगा शिक्षा का स्तर
दूसरी और सार्वजनिक यूनिवर्सिटी में स्कैट इंजीनियरिंग कॉलेज, स्केट आर्किटेक्ट कॉलेज, रामकृष्ण कॉलेज, बीआरसीएम इवनिंग कॉलेज, लूथरा सर्वजनिक कॉलेज ऑफ लॉ सहित शामिल होंगी। सूरत में दो निजी यूनिवर्सिटी को मंजूरी मिलने के बाद वीर नर्मद दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी, सार्वजनिक एजुकेशन सोसायटी, वनिता विश्राम, ओरो यूनिवर्सिटी, भगवान महावीर यूनिवर्सिटी, उका तरसड़िया यूनिवर्सिटी, पीपी सवानी यूनिवर्सिटी सहित सात यूनिवर्सिटी बन गई है। जानकारों का कहना है की युनिवर्सिटियों की संख्या बढ्ने के कारण कॉम्पटिशन बढ़ेगा और उच्च शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार होगा ऐसा मानना है।
Tags: 0