सूरत जिला सेवा सदन में प्रमाणपत्र के लिए 12 हजार की रिश्वत लेते दो गिरफ्तार

सूरत जिला सेवा सदन में प्रमाणपत्र के लिए 12 हजार की रिश्वत लेते दो गिरफ्तार

सूरत जिला सेवा सदन में शाहुकार का प्रमाणपत्र देने के लिए १२ हजार की रिश्वत मांगनेवाले दो चपरासीयों को एसीपी ने गिरफ्तार किया।

शाहुकार का प्रमाणपत्र रिन्यु करने के लिए चपरासी ने मांगी थी रिश्वत
 कोरोना संक्रमण और चक्रवात के माहोल के दौरान भी भ्रष्ट सरकारी कर्मचारी रिश्वत लेने से बाज नही आ रहे। सूरत जिला सेवा सदन में सहकारी मंडली कार्यालय में एसीबी ने दो लोगों को रंगे हाथ 12 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। 
सूरत रिश्वत विरोधी शाखा से मिली जानकारी के अनुसार सूरत जिला रजिस्ट्रार सहकारी मंडली , जिला सेवा सदन-2, पहली मंजिल अठवालाईन्स  में काम करनेवाले सरकारी कर्मचारी ऑफिस में प्रमाणपत्र लेने के लिए या रिन्यु करने के लिए आनेवाले लोगों से रिश्वत के लिए रूपये लेने के बाद ही काम करते है ऐसी जानकारी मिली थी। इस जानकारी के आधार पर एसीबी ने एक जागृत व्यक्ति की शिकायत के आधार पर छापा मारने के लिए जाल बिछाया। जागृत व्यक्ति के पिता ब्याज पर रूपये देने के लिए शाहुकारों के रजिस्ट्रेशन का प्रमाणपत्र रिन्यु करने के लिए आवेदन दिए थे। कार्यालय में कर्मचारी ने प्रमाणपत्र रिन्यु कराने के लिए 12000 रूपये की मांग की थी। एसीबी के बिछाए गए जाल अनुसार बाबुभाई कनुभाई चौहाण चपराशी ( वर्ग 4 कर्मचारी) और निकुंज चंदुभाई चौधरी करार आधारीत चपराशी ने रिश्वत मांगने और स्वीकारने के अपराध में गिरफ्तार किया। 
जिला सेवा सदन में एसीबी के छापे में दो चपराशी गिरफ्तार होने की जानकारी मिलने पर हडकंप मच गया था। एसीबी ने इस मामले में दोनो आरोपीओं को गिरफ्तार करके कानुनी कार्यवाही शुरू की है। 
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