मरीजों के फेफड़ों की क्षमता जाँचने के लिए वडोदरा के इस डॉक्टर ने इजात किया अनोखा जैकेट, जानें खासियत

मरीजों के फेफड़ों की क्षमता जाँचने के लिए वडोदरा के इस डॉक्टर ने इजात किया अनोखा जैकेट, जानें खासियत

मेडिकल कॉलेज बड़ौदा के एक संकाय सदस्य द्वारा किए गए इस आविष्कार से डॉक्टरों, विशेष रूप से छाती विशेषज्ञों द्वारा फेफड़ों की क्षमता की जांच करने के लिए उपयोग किए जाने वाले पल्मोनरी फंक्शन टेस्ट ( पीएफटी ) से गुजरने में मरीजों को होने वाली कठिनाई कम हो जाएगी। मेडिकल कॉलेज के शरीर विज्ञान विभाग के डॉ प्रशांत राजदीप ने एक उपकरण (एक जैकेट) विकसित किया है जो पीएफटी के दौरान मरीजों द्वारा किए जाने वाले स्वैच्छिक प्रयासों की मात्रा को कम करेगा।
इस बारे में बताते हुये राजदीप ने कहा कि मेडिकल साइन्स में पीएफ़टी का इस्तेमाल किसी भी मरीज के फेफड़ों की क्षमता को चेक करने के लिए किया जाता है। पर अधिकतर मरीजों को इसे करने में काफी दिक्कत होती है। ऐसे में टेस्ट सफल हुआ है या नहीं उस निष्कर्ष पर पहुँचना भी काफी मुश्किल हो जाता है। राजदीप द्वारा बनाया गया यह जैकेट भारतीय सरकार द्वारा पेंटेट भी करवा लिया गया है। यह जैकेट इस अवधारणा पर आधारित है जो की मरीज को पीएफ़टी लेते समय कम से कम प्रयास करना पड़ा। 
राजदीप ने कहा जैकेट में कई परतें है। जैकेट एक तरह से ठंडा झटका देते है ताकि मरीज को जरूरत हाँफने लगे। राजदीप ने 2014 में पेटेंट के लिए आवेदन किया था, जिसके पहले मरीजों पर इस उपकरण का परीक्षण किया गया था। "यह विधि रोगियों के लिए एक जीत की स्थिति है क्योंकि यह उन प्रयासों की मात्रा को कम कर देगा जो उन्हें करना पड़ता है और साथ ही साथ रोगियों को युद्धाभ्यास सिखाने वाले डॉक्टरों के समय और ऊर्जा की बचत होती है," उन्होंने कहा, उन्होंने कहा कि चूंकि प्रौद्योगिकी को पेटेंट मिल गया है, इसलिए अब इसका व्यावसायिक उपयोग किया जा सकता है।