चिखली कस्टोडियल डेथ मामले में तत्कालीन पीआई सहित तीन पुलिस कर्मी गिरफ्तार

विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन पर बढ़ा दबाव

नवसारी के चिखली पुलिस थाने में 21 जुलाई को वघई के दो आदिवासी युवकों की संदेहास्पद मौत के मामले में तत्कालीन पीआई अजीतसिंह वाला, कांस्टेबल शक्तिसिंह झाला और रामजी गया प्रसाद को पुलिस ने नवसारी से डिटेन किया था। चिखली पुलिस थाने के कम्प्यूटर रूम में 21 जुलाई को सुबह वघई के 19 वर्षीय रविभाई जादव और सुनिल पवार एक ही पंखे के निचे फांसी लगाई हालत में मिले थे। घटना को अकस्मात मौत में बताने का षडय़ंत्र नाकाम होने पर प्रशासन पर दबाव बढ़ा था।
इस बीच भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीआर पाटिल की मध्यस्थता और दूसरी ओर वांसदा-चिखली के विधायक अनंत पटेल, बीटीएस के प्रदर्शन के कारण घटना के 7 दिन बाद तत्कालीन पीआई अजीतसिंह वाला, कांस्टेबल शक्तिसिंह झाला, रामजी गया प्रसाद यादव, रविंद्र राठोड सहित के खिलाफ हत्या, अपहरण, एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था।
विधायक अनंत पटेल सहित आदिवासी संगठन नेताओं ने पुलिस थाने का घेराव करने सहित उग्र आंदोलन का चेतावनी दी और आंदोलन शुरू करने की आक्रमकता दिखाने पर शुक्रवार को रेंज आईजी ने अनंत पटेल सहित आदिवासी नेताओं से बैठक की। जिसमें आरोपी की गिरफ्तारी सहित जानकारी दी गई। सभी घटनाक्रम के बीच पुलिस ने कस्टोडियल डेथ के आरोपी तत्कालीन पीआई अजीतसिंह वाला, कांस्टेबल शक्तिसिंह झाला, रामजी गया प्रसाद तीनों को नवासारी से गिरफ्तार किया।
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