सूरत की वो यादें; Scam 1992 फेम प्रतीक गांधी के परिवार ने जब 2006 की बाढ़ में अपना मकान खो दिया!

सूरत की वो यादें; Scam 1992 फेम प्रतीक गांधी के परिवार ने जब 2006 की बाढ़ में अपना मकान खो दिया!

36 साल की उम्र में नौकरी छोड़ कर लिया करियर का सबसे बड़ा रिस्क, पूरी तरह से बदल गया जीवन

सोनी लिव के वेब सीरीज़ - स्कैम 1992 की सफलता के बाद से प्रतीक गांधी एक चर्चित और लोकप्रिय नाम बन चुके हैं। हाल ही में इस अभिनेता ने हंसल मेहता के निर्देशन में बनी इस वेब-सीरीज में हर्षद मेहता की भूमिका निभाने से पहले और बाद के जीवन के बारे में जानकारी दी।
इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में प्रतीक ने हाल ही में अपनी "मध्यमवर्गीय" परवरिश के बारे में बात की और बताया कि इस रस्ते पर उन्होंने कौन कौन सी तकलीफों का सामना किया! प्रतिक ने बताया कि वो एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते है। उन्होंने बताया कि उनके पापा बहुत सपोर्टिव थे, लेकिन हर मध्यमवर्गीय परिवार के पिता की तरह उनका भी कहना था कि पहले कोई डिग्री हासिल कर लो, फिर जो चाहो वो करो। ऐसे में प्रतिक भी अधिकांश नौजवान की तरह इंजीनियरिंग करने चल पड़े। उन्हें हमेशा से अभिनय पसंद था इसलिए इंजीनियरिंग के साथ साथ वो छोटे-मोटे नाटक करते रहे। स्नातक करने के बाद प्रतिक ने उज्जवल भविष्य के लिए मुंबई का रुख किया। प्रतिक बताते है कि मुंबई आने के 4 साल तक उन्होंने प्रोजेक्ट के आधार पर काम किया लेकिन ऐसे में कई महीने ऐसे रहे जिसमें उनकी कोई आय नहीं हुई। पैसों के लिए प्रतिक ने  टीवी टावर लगाने और एंकरिंग करने जैसे काम भी किए। 
प्रतिक बताते है कि उनके जीवन की अहम् घटना सूरत में आई 2006 की बाढ़ रही जिसमें उनके परिवार ने घर खो दिया था। इसके बाद उनका परिवार उनके पास मुंबई चला आया और सब 4 लोग 1 रूम में रहे। प्रतिक ने बताया कि उनकी शादी हो जाने के बाद सभी 5 लोग उस छोटे से स्थान में रहते थे। प्रतिक कोई भी फुलटाइम नौकरी करने को मजबूर थे। इसके बावजूद वो काम के साथ साथ नाटक का अभ्यास करते रहते। ऐसा करते हुए प्रतिक ने 6 साल बिताए।
अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए अभिनेता ने बताया कि इस समय वो ऑफिस की नौकरी और गुजराती फिल्मों के बीच में घूम रहे थे। उन्होंने बताया कि आखिरकार उन्हें एक गुजराती फिल्म में भूमिका मिली। उस फिल्म की शूटिंग के लिए अभिनेता ने काम से 22 दिनों की छुट्टी ली। हालाँकि कभी-कभी प्रतिक शूट के ठीक बाद ऑफिस चले जाते। अच्छी बात ये रही कि वो गुजराती फिल्म 'बे यार' सुपरहिट रही और प्रतिक रातोंरात, एक मुख्य गुजराती अभिनेता बन गए। अगली बार जब उन्हें फिल्म मिली तो जोखिम लेते हुए 36 साल की उम्र में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी! हालांकि अभिनेता का कहना है कि उस समय उनके सर पर होम लोन और परिवार की जिम्मेदारी थी पर उन्हें सही लगा तो उन्होंने नौकरी छोड़ दी।”
मुख्य रूप से गुजराती फिल्मों में दिखाई देने वाले अभिनेता को स्कैम 1992 के साथ अपना बड़ा ब्रेक मिला। इस सीरीज में उनके अभिनय के लिए अभिनेता को शबाना आज़मी जैसे विशेषज्ञों की सराहना भी मिली। उन्होंने इस भूमिका के लिए कैसे तैयारी की, इस बारे में उन्होंने बताया कि उन्होंने शेयर बाजार का अध्ययन करने के लिए पुरानी ख़बरें देखी और जानकारी इकठ्ठा की। शबाना आज़मी ने उनके काम को बीते 20 वर्षों में सबसे अच्छा काम बताया है। ”
40 वर्षीय अभिनेता का कहना है कि वह जिस सफलता को जी रहे हैं, वह इसलिए है क्योंकि उन्होंने 36 साल की उम्र में आराम करने के बजाय जोखिम उठाया, “स्कैम के रिलीज होने के 5 महीने हो चुके हैं और मेरे जीवन में 180 डिग्री का मोड़ आया है! लोग अब मुझे ’लीड एक्टर’ के रूप में देखते हैं। ज़िन्दगी ने एकदम से रफ़तार पकड़ ली है। काम की बात करें तो फ़िलहाल प्रतीक दो फ़िल्मों हार्दिक गज्जर की रावण लीला और अथिति भूतो भव पर काम कर रहे हैं ।
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