सोनू सूद को आदर्श मान यह युवक खिला रहे हैं पटना के भूखों को खाना, हर दिन बनाए जाते हैं अलग-अलग व्यंजन

सोनू सूद को आदर्श मान यह युवक खिला रहे हैं पटना के भूखों को खाना, हर दिन बनाए जाते हैं अलग-अलग व्यंजन

गुड़गांव कि प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले सुधांशु पिता की मृत्यु के बाद पटना आकर लोकडाउन के दौरान कर रहे है लोगों की मदद

देश भर में जब से लोकडाउन हुआ है तब से लोग एक-दुसरे की मदद कर रहे है। लोकडाउन के कारण प्रभावित हुये लोगों की मदद करने में यदि किसी का नाम सबसे पहले याद आता है तो वह है बोलीवुड अभिनेता सोनू सूद का। सोनू सूद का उदाहरण अपने सामने रख कर और भी कई लोग ने कोरोना की वजह से परेशान लोगों की सहायता करने आगे आए। आज हम बात करने जा रहे है ऐसे ही एक युवक सुधांशु शील की, जिसने सोनू सूद को आदर्श मान कर कोरोना के कारण परेशान लोगों की मदद करने की ठान ली, जिनकी कोशिश है की महामारी के दौरान कोई भी भूखा ना सोए। 
(Photo : IANS)

विस्तृत रिपोर्ट के अनुसार, दानापुर के पंचशील नगर स्थित सामाजिक संस्था यूथ फाउंडेशन पाँच मई से हुये लोकडाउन के बाद हर दिन गरीब और भूखे लोगों को खाना खिलाने के लिए काम कर रहा है। बता दे की संस्था से जुड़े अरुण कुमार, कुंदन कुमार और राकेश कुमार सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे है। यह सभी हर दिन सुबह 11 बजे से खाना बनाने में लग जाते है और उसके बाद उसे बांटने निकल पड़ते है। सड़क पर मिलने वाले सभी जरूरत मंद लोगों को वह भोजन करवाते है, जिसके बाद गरीब बस्तियों में जाकर उनके बीच खाना बाँट देते है। 
सोनू सूद को अपना आदर्श मानने वाले सुधांशु पहले गुडगाँव की एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। इसी दौरान उनके पिता की तबीयत बिगड़ी और हार्ट अटैक के कारण जुलाई 2020 में उनकी मौत हो गई और सुधांशु ने नौकरी छोड़ गाँव आकर बसने का निर्णय किया। पिता की मौत के उन्होंने गाँव में बसकर सामाजिक कार्य शुरू कर दिया। सुधांशु ने 'पेट भरो पटना' नाम से फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर अपना अभियान शुरू किया है। जिसके माध्यम से हर दिन भूखे लोगों  के लिए अलग-अलग तरह के व्यंजन बनाकर दिये जा रहे है। सभी सुधांशु के इस नेक काम की खूब सराहना कर रहे है। 
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