यह व्यक्ति नाक से भी कर सकता है टाइपिंग, गिनिस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है नाम

यह व्यक्ति नाक से भी कर सकता है टाइपिंग, गिनिस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है नाम

समाजशास्त्र में अनुस्नातक विनोद विकलांग बच्चों के लिए घर में ही चलाते है कम्प्युटर सेंटर

आप सभी ने गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के बारे में तो सुना ही होगा। आए दिन हर कोई नए नए कारनामे कर गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाने की कोशिश करते रहते है। ऐसे ही एक शख्स के बारे में आज हम बताना चाहेंगे। दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में कम्प्युटर ऑपरेटर के तौर पर कम करने वाले विनोद चौधरी आज तक कुल 9 बार गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके है। जिसमें उन्होंने नाक से सबसे तेज टायपिंग करने का रिकॉर्ड भी बनाया है। 
विनोद चौधरी समाजशास्त्र में अनुस्नातक की पढ़ाई कर चुके है। वह फिलहाल अपने घर पर ही गरीब और विकलांग बालकों के लिए कम्प्युटर सेंटर चलाते है। जिसकी दीवाल पर विनोद के कारनामें टंगे है। विनोद बताते है की उनको बचपन से ही तेजी से चीज करने में काफी रुचि थी। वह बचपन में खेलकूद में काफी हिस्सा लेते थे। पर अपनी स्वास्थय की समस्याओं के कारण वह स्पोर्ट्स में आगे नहीं बढ़ पाये। जिसके बाद उन्होंने कम्प्युटर में स्पीड पर ध्यान देना शुरू किया। साल 2014 में उन्होंने मात्र 46.30 सेकंड में कुल 103 लेटर्स टाइप कर एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया था।  
(Photo Credit : gstv.in)

विनोद ने कहा कि इस रिकॉर्ड के लिए सर्टिफिकेट मिलने के बाद उन्हें और भी रिकॉर्ड बनाने कि प्रेरणा मिली। जिसके बाद उन्होंने और भी दो रिकॉर्ड बनाए। साल 2016 में उन्होंने आँख बंद कर सभी अल्फ़ाबेट मात्र 6.71 सेकंड में टाइप किए थे। जिसके बाद उन्हों ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ कर फिर से मात्र 6.09 सेकंड में यह कारनामा किया था। इसके बाद साल 2017 में विनोद ने मुंह में लकड़ी रखकर मात्र उससे ही सभी अल्फ़ाबेट 18.65 सेकंड में टाइप किए थे, जिसके बाद उन्होंने अपना यही रिकॉर्ड दो बार तोड़ डाला। साल 2018 में उन्होने ने 17.69 सेकंड और साल 2019 में उन्होंने 17.01 सेकंड में यह रिकॉर्ड हासिल किया। 
साल 2019 में उन्होंने अपनी एक उंगली से सभी अल्फ़ाबेट के टाइप करने का रिकॉर्ड बनाया था। विनोद ने मात्र 29.53 सेकंड में यह कारनाम हासिल किया था। जिसके बाद पिछले साल ही उन्होंने एक मिनट में सबसे अधिक 205 बार टेनिस बोल को हाथ से स्पर्श किया था। विनोद का कहना है कि वह सचिन तेंदुलकर की तरह ही गिनिस बुक में 18 रिकॉर्ड बनाना चाहते है। 
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