पीएम मोदी के दाहोद महा-सम्मेलन से पहले चर्चा में आ गया है यह विशाल डोम; जानिए क्या है खास बात

पीएम मोदी के दाहोद महा-सम्मेलन से पहले चर्चा में आ गया है यह विशाल डोम; जानिए क्या है खास बात

महा सम्मेलन में 22 हजार करोड़ के विकास योजनाओं का होने वाला है शिलान्यास

गुजरात की मुलाक़ात को आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दाहोद में महा-सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले है, जहां वह करीब 22 हजार करोड़ रुपये के विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करने वाले है। ऐसे में महा-सम्मेलन के लिए हर तरह की तैयारियां की जा रही है। सबसे अधिक महासंमेलन के लिए बनाया गया डोम लोगों के लिए चर्चा का केंद्र बना हुआ है। इस खास डोम में आदिवासियों के टेलेंट की खास चर्चा हो रही है। 
आदिवासी जनसंख्या की अधिकता वाले पूर्वपट्टी के कई जिले जैसे की दाहोद, पंचमहाल, महिसागर, छोटा उदेपुर जैसे स्थानों से भारी मात्रा में आदिवासी प्रजा इस सम्मेलन में हिस्सा लेने वाली है। ऐसे में इस विशाल जनसंख्या को किसी भी तरह की कोई तकलीफ ना हो उसे ध्यान में रखते हुये यह एशिया का सबसे बड़ा डोम तैयार किया गया है। जहां करीब 2 लाख लोग आसानी से कार्यक्रम का आनंद ले सकेंगे। 
600 मीटर लंबे और 132 फिट चौड़े इस डोम में बीच में एक भी पिलर नहीं रखा गया है। डोम में एक मुख्य और तीन होल्डिंग डोम है, जिसका कुल क्षेत्रफल 17.98 लाख स्क्वेर फिट है। गर्मी को ध्यान में रखते हुये उचित वायुसंचार व्यवस्था के अतिरिक्त पानी के लगातार छिड़काव और वातावरण को ठंडा करने के लिए वाटर स्प्रेयर का उपयोग किया गया है। मुख्य गुंबद के बगल में अन्य तीन गुंबदों में समान उत्कृष्ट व्यवस्था है। जिलेवार संभागों में बांटकर बैठने की व्यवस्था की गई है। साथ ही मेडिकल टीम और पानी की पर्याप्त सुविधा सुनिश्चित की गई है। जनता और गणमान्य व्यक्तियों की सुरक्षा को विशेष प्राथमिकता दी गई है। पूरे गुंबद में लगे सीसीटीवी कैमरों से सभी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।
गर्मी को ध्यान में रखते हुये पीने के पानी की व्यवस्था भी डोम में ही की गई है। भारी संख्या में लोगों के आने का अनुमान होने के चलते डोम में फायर सेफ़्टी की भी खास सावधानी रखी गई है। डोम बनाने के लिए जिन मटीरियल का इस्तेमाल किया गया है, उस पर खास तौर के स्प्रे को छाँटकर उसे फायरप्रूफ बनाया गया है।