ये भाईसाब असमंजस में हैं; एक जगह कोरोना रिपोर्ट आई पोजीटीव, दूसरी जगह नैगेटिव!

ये भाईसाब असमंजस में हैं; एक जगह कोरोना रिपोर्ट आई पोजीटीव, दूसरी जगह नैगेटिव!

धन्वंतरि रथ और टेस्टिंग बूथ के रिजल्ट में आया अंतर

एक तरफ जहां राज्य के महानगरों में कोरोना की स्थिति ने सभी की हालत खराब कर दी है। अस्पताल में और श्मशान में में भी लोगों को अंतिमक्रिया करने के लिए  भी कतार में खड़े रहने की नौबत आई है। ऐसे में तंत्र की लापरवाही के कारण भी कई बार लोगों को तकलीफ़ों का सामना करना पड़ रहा था। राजकोट सिविल अस्पताल में एक जैसे नाम के चलते हुई लापरवाही के बाद एक और लापरवाही सामने आई है। जब एक मरीज का सुबह धन्वन्तरी रथ में कोरोना टेस्ट पॉज़िटिव आया, वहीं जब उसने दूसरी जगह टेस्टिंग करवाया तो उसका रिपोर्ट नेगेटिव आया था। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, किशनभाई राजपरा नाम के इस व्यक्ति ने घर के सामने आए धन्वंतरि रथ में टेस्ट करवाया था। किशनभाई ने कहा की सुबह जब वह धन्वंतरि रथ पर टेस्ट का रिपोर्ट और टेस्टिंग बूथ पर करवाए गए टेस्ट का रिपोर्ट अलग-अलग था। अब ऐसे में वह असमंजस में है कि वह पॉज़िटिव है या नेगेटिव वह उसे कैसे पता चले?
कुछ ऐसा ही हुआ जसदन में जहां एक शिक्षिका के तौर पर नौकरी करने वाले नेहाबेन राठोड को सामान्य शरदी-खांसी थी। इसके चलते जसदन कि विपुल लेब में अपना सैंपल दिया था। दूसरे दिन जब उसका रिपोर्ट आया तो उसमें 11.20 डी.डायमर आया था। जिसके चलते उन्हें काफी चिंता हुई थी। हालांकि फिर से जब भट्ट लेब में उन्होंने रिपोर्ट करवाया तो वहाँ रिपोर्ट मात्र 0.27 डी.डायमर आया और उनका कोरोना रिपोर्ट भी पॉज़िटिव आया था। ऐसे में मरीजों को किस रिपोर्ट को सच माना जाये उसकी द्विधा सताये जा रही है। 
उल्लेखनीय है कि गुजरात में कोरोना के केस दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे है। जिसमें सूरत और अहमदाबाद की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। जहां हर रोज 1000 के करीब केस सामने आ रहे है।