जूनागढ़ के ड़ायाभाई के चिक्कीयों की है भारी डिमांड, हर समय लगा रहता है ग्राहकों का मेला

जूनागढ़ के ड़ायाभाई के चिक्कीयों की है भारी डिमांड, हर समय लगा रहता है ग्राहकों का मेला

एक दिन भी दुकान बंद होने पर परेशान हो जाते है ग्राहक

ठंड की मौसम शुरू हो चुकी है और उसके साथ ही बाज़ारों में चिक्की की मांग भी काफी बढ़ गई है। सड़कों पर और गलियों में कई लोग चिक्की बेचने आते है। हालांकि जूनागढ़ में ठंड के दौरान डायाभाई की 'श्याम चिक्की' की भारी डिमांड रहती है। उनकी चिक्की की लोकप्रियता इतनी ज्यादा है की हर दिन वह जितनी भी चिक्की बनाकर लाते है वह बिक ही जाती है। 
डायाभाई पिछले 26 सालों से अपनी फिक्स जगह पर पर 'श्याम चिक्की' के नाम पर छोटी से दुकान लगा कर चिक्की बेचने बैठते है। जब उन्होंने चिक्की के व्यापार की शुरुआत की तब से लेयकर आज तक उनकी चिक्की खरीदने के लिए हमेशा भीड़ लगी रहती है। 'श्याम चिक्की' में मिलने वाली तिल की चिक्की, मांडवी चिक्की, दलीय चिक्की और काजूबादाम की चिक्की के अलावा तिल के लड्डू भी वह अपने घर ही बनाते है। चिक्की बनाने के लिए वह शुद्ध गुड और शक्कर का इस्तेमाल करते है। 
डायाभाई को पहले से ही चिक्की बनाने का शोख रहा है। उनके इस कार्य में उनके परिजन भी सहाय करते है। हर साल दिवाली के बाद से ही वह चिक्की का व्यापार शुरू कर देते है और महाशिवरात्रि तक चलता है। डायाभाई के अनुसार, उत्तरायण के बाद भी वह चिक्की की बिक्री करते है। उनके चिक्की की लोकप्रियता इतनी अधिक है की यदि एक दिन दुकान बंद रहती है तो दूसरे दिन लोग उनकी खबर पूछने लगते है।
'श्याम चिक्की' में मिलने वाली सभी चिक्की चीजें लोगों को बहुत पसंद आती हैं, लेकिन उनमें से ज्यादातर मांडवी पाक, तिल और टोपरा मिक्स मिठाई, मलाई चिक्की आदि अधिक पसंद करते हैं। लोग यहां से न सिर्फ अपने लिए बल्कि अपने घर के लिए भी चिक्की ले जाते है। फिलहाल डायाभाई आजाद चौक स्थित जूनागढ़ नगर निगम के सामने 'श्याम चिक्की' के नाम से एक लॉरी में शाम 4.30 बजे से 10.30 बजे तक चिक्की बेचते हैं।