गुजरात की 7 विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां जीत को लेकर भाजपा-कांग्रेस दोनों दुविधा में हैं, जानिये क्यों!

गुजरात की 7 विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां जीत को लेकर भाजपा-कांग्रेस दोनों दुविधा में हैं, जानिये क्यों!

गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश भर में भारी गहमा-गहमी है। भाजपा और कांग्रेस के बीच पारंपरिक रूप से चुनावी जंग वाले इस प्रदेश में इस बार आम आदमी पार्टी ने भी ताल ठोकी है। इस त्रिकोणीय जंग को लेकर फिलहाल कहा नहीं जा सकता कि भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस और आप में से कोई मजबूत चुनौती दे पायेगा। एक और पांच दिसंगर को दो चरणों में राज्य में मतदान होना है और आठ दिसंबर को परिणाम आयेंगे। 
प्रतिकारात्मक तस्वीर



खैर, इसी चुनावी रस्सकाशी के बीच आज हम आपको प्रदेश की ऐसी सात सीटों के बारे में बताना चाह रहे हैं जहां भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों के प्रत्याशी दुविधा में हैं। इन सीटों पर दुविधा का कारण यह है कि यहां के मतदाता बड़े होशियार हैं और विगत दो दशकों से हर विधानसभा चुनाव में वे किसी भी पार्टी को दूसरी बात जीतने नहीं देते। जी हां, बहुतया देखा गया है कि इन सात विधानसभा सीटों पर कभी भाजपा जीतती है तो कभी कांग्रेस। कहीं-कहीं तो बीच में निर्दलीय और एक बार एनसीपी व राजपा भी मैदान मार चुके हैं। 
(File Photo : IANS)


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात की ये सात सीटें हैं कडी, कांकरेज, लुणावाडा, चोटीला, उमरेठ, जाम जोधपुर और पादरा। पिछले 2017 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो कडी, कांकरेज और उमरेठ सीट से भाजपा ने जीत हासिल की थी। ऐसे में इस बार यहां से भाजपा प्रत्याशियों को इतिहास के आंकड़े देखकर पसीने छूट रहे हैं। वहीं पिछले चुनाव में जाम जोधपुर, चोटीला और पादरा से कांग्रेस उम्मीदवार जीते थे। ऐसे में यदि पुरानी परंपरा पर नजर करें तो इस बार यहां भाजपा के आने की संभावना प्रबल है। लुणावाड से पिछले चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार ने बाजी मारी थी। ऐसे में यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के प्रत्याशी उम्मीद लगाये हुए हैं। वैसे इस बार आम आदमी पार्टी भी मैदान में है और यहां के मतदाता हर चुनाव में पार्टी बदलने के अपनी परंपरा को जारी रखते हुए भाजपा और कांग्रेस के साथ आप को भी अपनी सूची में शामिल कर लें, तो परिणाम रोचक हो सकता है।