यूक्रेन से भारत लौटे मेडिकल छात्रों को सरकार ने यह बड़ी राहत दी है

यूक्रेन से भारत लौटे मेडिकल छात्रों को सरकार ने यह बड़ी राहत दी है

युद्ध के कारण वापिस बड़ी संख्या में वापिस आए है मेडिकल छात्र

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज 10वां दिन है। युद्ध के कारण बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक और छात्र यूक्रेन से लौट वापिस भारत आ रहे हैं। अब तक हजारों की संख्या में छात्र घर लौट चुके हैं। इन छात्रों में अधिकतर छात्र यूक्रेन में एमबीबीएस करने गए थे। भारत लौटने वाले ज्यादातर छात्र मेडिकल के छात्र हैं। युद्ध के दौरान इन छात्रों के पास भारत की यात्रा करने के अलावा कोई विकल्प ही नहीं था। युद्ध के कारण वापिस लौटे इन छात्रों को अब अपने भविष्य की चिंता सता रही है।
इस बीच यूक्रेन से भारत लौटे मेडिकल छात्रों को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने बड़ी राहत दी है। एनएमसी ने विदेशी मेडिकल स्नातकों को भारत में 12 महीने की अनिवार्य इंटर्नशिप पूरी करने की अनुमति दी है। आयोग ने एक नोटिस जारी कर कहा है कि अगर कोई विदेशी मेडिकल ग्रेजुएट फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट परीक्षा (एफएमजीई) परीक्षा पास करता है तो वह भारत में अपनी अधूरी इंटर्नशिप को पूरा कर सकता है।
एफएमजीई को नेक्स्ट के नाम से जाना जाता है और यह एग्जिट एग्जाम है। जिसमें मेडिकल छात्रों को मेडिसिन में पोस्ट ग्रेजुएशन करने और भारत में मेडिसिन का अध्ययन करने का लाइसेंस प्राप्त करने के लिए पास होना आवश्यक है। आयोग ने गाइडलाइंस में यह भी कहा कि मेडिकल कॉलेज द्वारा एमएमजी से इंटर्नशिप की अनुमति देने के लिए कोई राशि नहीं देनी होगी।