रूसी वैक्सीन स्पुतनिक की पहली खेप भारत पहुंची

91.6 प्रतिशत है वैक्सीन की प्रभावकारिता, कोरोना की सबसे पहली वैक्सीन है स्पूत्नीक

हैदराबाद, 1 मई (आईएएनएस)| कोविड के लिए रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी की पहली खेप शनिवार को हैदराबाद पहुंची। पहली खेप लेकर आई एक विशेष मालवाहक उड़ान राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी।
हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वैक्सीन की पहली खेप में कुल कितनी खुराक आई हैं। खेप डॉ रेड्डी की प्रयोगशालाओं में पहुंचाई गई हैं, जिसने रूसी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी के साथ एक समझौता किया है। कंपनी देश में वैक्सीन के वितरण के लिए केंद्रीय औषध प्रयोगशाला से एक अनिवार्य अनुमति लेगी।
रूस द्वारा निर्मित स्पुतनिक वी वैक्सीन की पहली खेप हैदराबाद उस समय पर पहुंची है, जब भारत में उसकी वयस्क आबादी को कवर करने के लिए बड़े पैमाने पर कोविड टीकाकरण अभियान शुरू हुआ है। दरअसल भारत में इससे पहले 45 वर्ष या इससे अधिक आयु के लोगों को ही वैक्सीन लगवाने की अनुमति थी, मगर एक मई 2021 से 18 से 44 वर्ष के लोगों को भी वैक्सीन लगवाने की कैटेगरी में शामिल कर लिया गया है।
पिछले महीने, भारतीय नियामकों ने स्पूतनिक वी को नियामक अनुमोदन प्रदान किया था। 91.6 प्रतिशत की प्रभावकारिता के साथ, स्पुतनिक वी दुनिया में कोविड के खिलाफ पहली वैक्सीन है। द लांसेट में प्रकाशित नैदानिक परीक्षण डेटा ने संकेत दिया कि वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी प्रतीत होती है।
(Disclaimer: यह खबर सीधे समाचार एजेंसी की सिंडीकेट फीड से पब्लिश हुई है. इसे लोकतेज टीम ने संपादित नहीं किया है.)