वलसाड सिविल में यूं कतार में पड़े शव, स्वास्थ्य-कर्मी व सेवादारों की है किल्लत

वलसाड सिविल में यूं कतार में पड़े शव, स्वास्थ्य-कर्मी व सेवादारों की है किल्लत

चार दिनों से पड़े शवों में से आने लगी है दुर्गंध, सुपरिडेंटेट ने की सहयोग की अपील

राज्य भर में कोरोना की वजह से काफी कोहराम मचा हुआ है। अस्पतालों में मरीजों की बाढ़ सी आ चुकी है। मरीजों को बेड की कमी है और श्मशानों में लोग कतार लगा कर अपने परिजन का अंतिम संस्कार की राह देख रहे है। वलसाड के सिविल अस्पताल में भी मरीजों की कुछ ऐसी ही स्थिति है। अस्पतालों में मृत देहों के लिए जरूरी कागजी कार्यवाही करने में ही घंटो का समय लग जाता है। जिसके कारण पीएम रूम में और कोरोना आइसोलेशन वोर्ड में हर जगह मरीजों के मृतदेह ही दिखाई दे रहे है। 
गुजराती समाचार पोर्टल खबरछे.कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, वलसाड सिविल अस्पताल अस्पताल में 400 बेड की सुविधा की गई है। कोरोना संक्रमित मरीजों को ऑक्सीज़न, वेंटिलेटर की भी जरूरत हो रही है। सिविल में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की भी कमी दिख रही है। ऐसे में वलसाड सिविल के सुपरिडेंटेट अमित शाह ने अपनी स्वैच्छा से अपनी सेवा देने वाले सभी लोगों को सभी प्रकार की सुरक्षा देने की तैयारी दिखाई है। उन्होंने कहा कि सिविल में काफी संख्या में लोगों की जरूरत है। ऐसे में उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को आगे आने की अपील की है। 
अस्पताल के बाहर मृतक के परिजन भी लाशों को देखने के लिए घंटो तक इंतजार कर रहे है। लगभग सभी को अपने स्वजन के अंतिम दर्शन के लिए 24 से 36 घंटो तक का इंतजार करना पद रहा है। अस्पताल के कर्मचारीयों द्वारा सभी मृतदेहों को प्लास्टिक में पेक कर के रख दिये है। कई स्वजन का आक्षेप है की कोविड वोर्ड में से फ़ाइनल रिपोर्ट ना आने के कारण पिछले 4 दिन से वह अपने स्वजन के मृत देह का इंतजार कर रहे है। अस्पताल के पीएम रूम में रखी गई यह लाशे डीकम्पोज़ भी होना शुरू हो गई है। जिसके कारण इन में से दुर्गंध भी आना शुरू हो गई है।