सूरत में डायमंड-ज्वेलरी उद्योग के लिए देश का सर्वप्रथम ऑक्शन हाउस शुरू होगा

सूरत में डायमंड-ज्वेलरी उद्योग के लिए देश का सर्वप्रथम ऑक्शन हाउस शुरू होगा

सूरत में 16 अगस्त को जीजेइपीसी के अध्यक्ष 4 करोड़ के खर्च से तैयार ऑक्शन हाउस का उद्घाटन करेंगे डायमंड ज्यवेलरी उधोग के लिए यह देश का सर्वप्रथम ऑक्शन हाऊस होगा।

4 करोड़ के खर्च से तैयार  ऑक्शन हाउस का 16 अगस्त को जीजेइपीसी के अध्यक्ष करेंगे उद्घाटन
 डायमंड के ऑक्शन(हीरों की निलामी) के लिए देश का का पहला ऑक्शन हाउस सूरत के वेसू क्षेत्र में शुरु होगा। 4 करोड़ की लागत से तैयार एवं 2200 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैले इस सेन्टर का उद्घाटन 16 अगस्त को जीजेईपीसी के अध्यक्ष कॉलिन शाह करेंगे। 
जीजेईपीसी ने रफ और पॉलिश्ड किए हुए हीरे, आभूषण, स्टॉन खरीदने और बेचने के उद्देश्य से सूरत में एक ऑक्शन हाउस स्थापित किया है। साथ ही छोटे हीरा व्यापारी सूरत में ही विदेशी खनन कंपनियों से रफ(कच्चे) हीरे खरीद सकते हैं। केंद्र और राज्य सरकारों की मदद से जीजेईपीसी द्वारा स्थापित ऑक्शन हाउस में सम्मेलन कक्ष, प्रशासनिक कार्यालय, नवरत्न गैलरी, सैफ वॉल्ट एवं 15 कैबिन होंगे। भारत के पहले ऑक्शन हाउस से सूरत के हीरा व्यापारियों, ज्वैलर्स के साथ-साथ भावनगर और सौराष्ट्र के व्यापारियों को फायदा होगा। इस ऑक्शन हाउस में दुनिया का कोई भी हीरा व्यापारी और जौहरी अपना उत्पाद बेच सकेगा। 
जीजेईपीसी के क्षेत्रीय अध्यक्ष दिनेश नावडिया ने कहा कि डायमंड सिटी सूरत में देश-विदेश के बड़े उद्यमी हीरा खरीदने और बेचने आते है। , हीरे-जवाहरात के जोखिम के साथ अपरिचित जगहों पर व्यापार करना उनके लिए असुविधाजनक था। इसलिए जीजेईपीसी ने सूरत में एक ऑक्शन हाउस स्थापित किया है। सरकार की मंजूरी से यह तैयार किया गया है और इसमें हीरे खरीदने और बेचने के लिए कोई भी आ सकता है। स्थानीय बाजार के व्यापारी भी टेंडर कर सकते हैं। आभूषणों की नीलामी भी हो सकेगी। इस ऑक्शन हाउस के खुलने से विदेशी खनन कंपनियों के प्रतिनिधि सूरत के डायट्रेड सेंटर में नियमित रूप से आते रहेंगे, जिससे शहर के छोटे हीरा व्यापारियों को सीधे खनन कंपनी से रफ खरीदने में आसानी होगी। 

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