तेलंगाना : ओमिक्रोन के खतरे के बीच इस गांव ने खुद ही लगाया लॉकडाउन

तेलंगाना : ओमिक्रोन के खतरे के बीच इस गांव ने खुद ही लगाया लॉकडाउन

तेलंगाना राज्यर के रंजना सिरसिला जिले के गुडेम गांव ने 10 दिनों का लॉकडाउन लगा लिया

दुनिया के साथ साथ अपने देश में भी ओमाइक्रोन के मामले बढ़ रहे हैं। सरकार लोगों से कोविड के नियमों का कड़ाई से पालन करने को कह रही है। प्रशासन लोगों से सामाजिक दूरी बनाए रखने, लगातार मास्क पहनकर रखने पर जोर दे रही है। ऐसे में तेलंगाना के एक गांव ने स्वेच्छा से लॉकडाउन का पालन करने का फैसला करते हुए देश के लिए एक उदाहरण स्थापित किया है। गुडेम ग्राम पंचायत ने स्वेच्छा से अपने गांव को ओमाइक्रोन से बचाने और लोगों को इससे संक्रमित होने से बचाने के लिए लॉकडाउन लागू करने का फैसला किया है और इसे ग्रामीणों का भारी समर्थन भी मिला है। यह फैसला सरकार का नहीं बल्कि ग्राम पंचायत का एक समझदारी भरा फैसला है।
जानकारी के मुताबिक, यह फैसला तब लिया गया जब हाल ही में खाड़ी देश से लौटा व्यसक्ति ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाया गया था. इस व्यीक्ति की मां का कोरोना टेस्ट  पॉजिटिव आया है. उनका सैम्प्ल जीनोम सीक्वें सिंग के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट का इंतजार है. स्वा स्य््ट  अधिकारियों ने व्यशक्ति को आइसोलेट करते हुए उसे हैदराबाद के एक अस्पेताल में भर्ती करा दिया है, जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है.
आपको बता दें कि ग्रामीणों को अब 10 दिनों के लॉक डाउन के दौरान घर पर रहना होगा। ग्राम पंचायत ने लोगों को जीवन की जरूरत का सामान उपलब्ध कराने का भी प्रावधान किया है ताकि लोगों को बाहर न जाना पड़े और लॉकडाउन को सख्ती से लागू किया जा सके। तेलंगाना में ओमाइक्रोन के 14 मामले सामने आए हैं। अब तक देश में ओमाइक्रोन के 287 मामले सामने आ चुके हैं। कल भी कोरोना के मामले बढ़े, जिसमें 400 से अधिक लोगों की मौत हुई। विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि जनवरी में मामलों की संख्या और बढ़ सकती है और फरवरी में तीसरी लहर आने की उम्मीद है।