तान्या पटेल हत्या केस : सात साल की मासूम की हत्या करने वाले दोनों भाई और माता को आजीवन कैद की सजा सुनाई गई

तान्या पटेल हत्या केस : सात साल की मासूम की हत्या करने वाले दोनों भाई और माता को आजीवन कैद की सजा सुनाई गई

लंदन में रहने वाले माता-पिता से अपहरण करने के बाद बड़ी फिरौती मांगने का था उद्देश्य

खेड़ा जिले की नडियाद कोर्ट ने बहुचर्चित तान्या पटेल हत्या केस में तीनों आरोपियों को दोषी करार करते हुए आजीवन कैद की सजा सुनाई है। कोर्ट द्वारा हत्या के केस में आरोपी दो भाई मित तथा ध्रुव पटेल और माता जिगीशा पटेल को आजीवन कैद की सजा सुनाई है। साथ ही कोर्ट ने चार लाख का मुआवजा देने का भी आदेश दिया है। 
नडियाद स्थित डेयरी रोड पर आए लक्ष डुप्लेक्स सोसायटी में रहने वाली 7 साल की तान्या की पाँच साल पहले हत्या हुई थी। तान्या की परवरिश उनकी दादी कुसुमबेन पटेल द्वारा की जा रही थी। क्योंकि उनके माता-पिता दोनों काम के चलते लंदन रहते थे। इस बीच दादी के घर से कुछ दूरी पर रहने वाले तान्या मित और ध्रुव पटेल ने उसकी हत्या कर दी थी, जिसमें उनकी माँ जिगीशा पटेल भी शामिल थी।
नडियाद पश्चिम पुलिस ने तान्या पटेल हत्याकांड के सभी आरोपी भाइयों मित पटेल, ध्रुव पटेल और उसकी मां जिगिशा पटेल को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी भाइयों और मां की योजना के पहले तान्या पटेल को अगवा करने के बाद उसके लंदन में रहने वाले माता-पिता से फिरौती की बड़ी रकम मांगने का था। सबसे पहले मित ने तान्या को लालच देकर उसे कार में बिठाया और नडियाद से आनंद जिले के आंकलाव ले गया था। हालांकि सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल हो गई, जिसके चलते उन्होंने फिरौती मांगने का प्लान छोड़ दिया। हालांकि उसे जिंदा जाने देना भी मुमकिन नहीं था। क्योंकि तान्या उन्हें पहचानती थी और अगर वह उसे जाने देते तो उनकी पहचान सामने आ सकती थी।
ऐसे में उन्होंने तान्या को मारने का निर्णय किया और आंकलाव के करीब महिसागर नदी में फेंक दिया। जिसमें डूबने से तान्या की मौत हो गई। तीन दिन के बाद तान्या की लाश आनंद जिले के आंकलाव तहसील के नदी किनारे मिली थी, जिसके बाद पुलिस की विभिन्न टीम ने जांच शुरू की थी और तान्या की हत्या का सच सामने आया था।