‘तालिबान कश्मीर जीतकर हमें दे देगा!’ इमरान की पार्टी की नेता देख रही हैं ‘शेखचिल्ली वाले सपने!’

‘तालिबान कश्मीर जीतकर हमें दे देगा!’ इमरान की पार्टी की नेता देख रही हैं ‘शेखचिल्ली वाले सपने!’

एंकर में बीच में ही टोका,बेतुके बयान के लिए जमकर हड़काया, तालिबान और पाकिस्तान के संबंध जगजाहिर

कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के नेता हवा में उड़ते रहते हैं। वे कश्मीर लेकर हर दिन नए दावे करते हैं। हाल ही में इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के एक नेता ने एक अजीबोगरीब बयान दिया है। इमरान की पार्टी की नेता नीलम इरशाद शेख ने एक डिबेट शो में कहा कि तालिबान अफगानिस्तान से आएंगे और कश्मीर को जीतकर पाकिस्तान को सौंप देंगे। डिबेट शो के एंकर ने लाइव प्रसारण के दौरान नीलम के बयान को खारिज कर दिया और नेता को फटकार लगाई।
वीडियो में इमरान की पार्टी की नेता नीलम इरशाद कहती हैं, पूरी दुनिया में पाकिस्तान का नाम है। देश का राजस्व बढ़ रहा है। तुर्की और मलेशिया हमारे साथ हैं। तालिबान का कहना है कि वे हमारे साथ हैं। वे हमारे लिए कश्मीर जीतेंगे। इसका मतलब है कि तालिबान पाकिस्तान के लिए कश्मीर जीतेगा। एंकर ने इस बीच नेता से बात की और कहा कि उन्हें लगा कि वह भारत में कोई टेलीविजन शो प्रस्तुत कर रहे हैं।
आपको बता दें कि इसके आगे एंकर ने पूछा कि उन्हें ये सब कैसे पता चला? एंकर ने कहा “आपको क्या व्हाट्सएप संदेश मिला है। किसी ने आपको बताया। क्या आपको एहसास भी है कि आपने क्या कहा है? तालिबान कश्मीर जीतेगा, किसने आपको यह बताया। ईश्वर की इच्छा से यह कार्यक्रम लाइव हो रहा है। ये पूरी दुनिया देखेगी, भारत देखेगा। बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना। आप बीच में तालिबान को कहां ले आए? तालिबान आए तो सेना क्या करेगी?
गौरतलब है कि तालिबान और पाकिस्तान के संबंध जगजाहिर हैं। ऐसी कई रिपोर्ट्स हैं जिनमें दोनों ने करीबी रिश्ता रखने की बात कही है। अफगानिस्तान पर कब्जा करने के लिए पाकिस्तान ने तालिबान को प्रशिक्षण से लेकर वित्तीय सहायता प्रदान करने तक हर संभव मदद की है। पाकिस्तानी पार्टी के नेता का यह विचार कि तालिबान कश्मीर में युद्ध लड़ेगा, पाकिस्तानी अधिकारियों के नापाक इरादों को दर्शाता है। तालिबान के अफगानिस्तान पर अधिकार करने के बाद पाकिस्तान के कई हिस्सों में मिठाइयां बांटी गईं। इससे पता चलता है कि तालिबान को पाकिस्तान के एक बड़े हिस्से का समर्थन प्राप्त है। ऐसी कई रिपोर्टें भी हैं कि पाकिस्तानी कट्टरपंथी समूह और आतंकवादी समूह अफगानिस्तान में तालिबान के साथ लड़ रहे हैं।