सूरत: स्कूल बस ड्राईवर के नवजात बच्चे को बचाने के लिए दो विद्यार्थियों ने एकत्रित किए 3 लाख रूपये

सूरत: स्कूल बस ड्राईवर के नवजात बच्चे को बचाने के लिए दो विद्यार्थियों ने एकत्रित किए 3 लाख रूपये

मानवता की मिसाल बने दोनों विद्यार्थी, सोशल मीडिया के सहारे किया इतना बड़ा काम

देश में कोरोना के संक्रमण के बीच देशभर में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जिन्होंने हर किसी के दिल को छू लिया है। इसी समाज से मानवता को शर्मसार करने वाली घटनाएं सामने आईं तो कुछ घटनाओं से मानवता पर विश्वास को और बढ़ा दिया है। हाल ही में हमने देखा था कि कैसे एक नन्हे मासूम धैर्यराज को बचाने के लिए पूरा देश एक हो गया था और हर कोई मदद के लिए आगे आया। एक ऐसा ही मामला सूरत में सामने आया जहाँ दो दोस्तों ने अपने ही स्कूल के एक बसचालक के नवजात की मदद के लिए ३ लाख रूपये जमा किया।

जानकारी के अनुसार, सूरत के सिटीलाइट विस्तार में रहने वाले और कक्षा 12वीं में पढने वाले हार्दिक गज्जर ने अपने ही विद्यालय के बसचालक राजुभाई के नवजात बच्चे को बचाने के लिए सोशल मीडिया पर एक अभियान  शुरू किया। तीन दिन के ही अन्दर इसके तहत उन्हें ३ लाख तक की सहायता मिली, जिसे बस चालक तक पहुंचा दिया गया। इस बारे में हार्दिक ने बताया कि चार दिन पहले स्कूल के बस चालक राजुभाई से बात हुई। इस बातचीत में उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी ने कुछ समय पहले दो जुड़वाँ बच्चों को जन्म दिया पर प्रि-मैच्योर डिलीवरी होने से एक बच्चे की मौत हो गई जबकि दूसरा वेंटीलेटर पर है। बच्चे के इलाज का दैनिक खर्च 15 हजार रूपये है। पर पिछले एक साल से स्कूलों के बंद होने के कारण राजूभाई के पास पैसे भी नहीं थे। जिसके कारण उन्होंने मदद मांगी थी।
हार्दिक आगे कहते है कि इस मामले में कुछ भी करने से पहले और मम्मी पापा से राजुभाई के लिए मदद मांगने से पहले उन्होंने सब कुछ जांचा। हॉस्पिटल से बात करने और रिपोर्ट देखने के बाद पता चली कि बच्चे के इलाज के लिए कुल लगभग 3 लाख रूपये की आवश्यकता है। कोरोना काल में स्कूल बंद हो जाने से राजुभाई की हालत बहुत ही गंभीर हो चुकी है। इसके बाद हार्दिक ने अपने मित्र से मदद मांगी और फिर दोनों ने मिलकर सोशल मीडिया पर एक मुहीम शुरू की। इस पर लोगों ने जमकर साथ दिया और ३ दिनों में ही 3 लाख रुपयों का इंतजाम हो गया। इन पैसों को राजुभाई को सौप दिया गया जिसे राजुभाई ने अस्पताल में दे दिया और अब बच्चे का सही से इलाज हो रहा है। डॉक्टर्स को विश्वास है की जा;डी ही नवजात पूरी तरह ठीक हो जायेगा।
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