सूरत: गरीबों की मदद के लिए एक अनोखा आईडिया लेकर सामने आया ये नेता

सूरत: गरीबों की मदद के लिए एक अनोखा आईडिया लेकर सामने आया ये नेता

गरीब बच्चों की सेवा करने के फूल और माला लाने की जगह रद्दी लाने कही

वृजेश उनादकट सूरत के एक युवा और गतिशील राजनेता हैं। अपने नए नए आईडिया के लिए प्रसिद्ध वृजेश को हाल ही में सूरत नगर निगम में एक काउंसलर के रूप में चुना गया है। चुनाव जीतने के साथ ही वृजेश अपने अनोखे विचार को सामने रखते हुए उन्होंने अपने दोस्तों और मिलने आने वालों से गुलदस्ते और माला लेन के बजाय पुराने समाचार पत्र देने का अनुरोध किया है। उनका कहना है कि वो इन रद्दी अख़बारों को बेचकर जरूरतमंद छात्रों की मदद करेंगे।
आपको बता दें कि भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने वाले राजनेता का दावा है कि वह उन्हें दिए गए सभी पुराने समाचार पत्रों को बेचकर गरीब छात्रों के लिए नोटबुक खरीदने जा रहे हैं। वृजेश भाई मूलतः जसडान के निवासी है और जब से राजनीति में सक्रिय है तब से सूरत में स्थित है। अपने राजनीतिक करियर के दौरान उन्होंने 'रद्दी' और पुरानी किताबों को इकट्ठा करके बाजार में बेचना शुरू किया और इससे मिलने वाले पैसों से सूरत में आस-पास के इलाकों में रहने वाले गरीब छात्रों को जरुरी समान या किताब वितरित करते हुए देखा गया। 2016 के बाद वृजेश उनादकट को उनकी पत्नी प्रियंका के साथ से रिहायशी इलाकों में फ्लैट मालिकों से रद्दी इकट्ठा करते हुए देखा गया है।
गौरतलब है कि वृजेश उनादकट रियल एस्टेट की दुनिया में जाना पहचाना नाम है और हाल ही में एसएमसी में हाल ही में हुए चुनावों में वार्ड 21 से चुनाव लड़ने के लिए उन्हें बीजेपी से टिकट मिला। ऐसे में उन्होंने अपने दोस्तों और मिलने आने वालों से फूल-माला लाने की बजाय उनके लिए रद्दी और पुरानी किताबें लाने की अपनी विशेष अपील पोस्ट की। वृजेश की इस अपील के बाद BYM के सदस्य उनके निवास पर 300 KG रद्दी लेकर आए, जबकि अन्य ने भी दान दिया।
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