सूरत : महिला डॉक्टर ने बड़ी मेहनत से बनाई 250 देशी मकाई से गणपति की प्रतिमा

सूरत : महिला डॉक्टर ने बड़ी मेहनत से बनाई 250 देशी मकाई से गणपति की प्रतिमा

हर बार कुछ अलग करने की चाह रखने वाली डॉक्टर अदिति मित्तल ने इस वर्ष 250 देशी मकाई से ईकोफ़्रेंड्ली गणेशजी की मूर्ति बनाई और उधना-मगदल्ला रोड स्थित वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के अम्फी थिएटर में रखा

कल प्रथम पूज्य देव गणपति के आगमन के साथ शहर भर में रौनक देखी गई। लोग अपने श्रद्धा के अनुसार बाप्पा के स्वागत में जुटे दिखाई दिए। शहर के विभिन्न इलाकों में गणपति के विभिन्न रूप देखने को मिले। इस बीच सूरत की एक महिला डॉक्टर ने एक अनोखा गणपति बनाया। डॉ अदिति ने ग्रीन कॉर्न से गणेश बनाए हैं। युवाओं में पर्यावरण मित्रता का संदेश देने के लिए विश्वविद्यालय में मकाई गणेश की स्थापना की गई है। इसमें 5 दिन की मेहनत से 250 पीस मक्के से एक अनोखा मकबरा गणपति बनाया गया है। साथ ही मकई और मकई की भूसी से गणेश भी बनाए जाते हैं। जिसमें देशी मक्के का प्रयोग किया गया है।

250 देशी मकाई से बनाई ईकोफ़्रेंड्ली गणेशजी की मूर्ति

हर बार कुछ अलग करने की चाह रखने वाली डॉक्टर अदिति मित्तल ने इस वर्ष 250 देशी मकाई से ईकोफ़्रेंड्ली गणेशजी की मूर्ति बनाई और उधना-मगदल्ला रोड स्थित वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के अम्फी थिएटर में रखा है। डॉक्टर अदिति मित्तल ने बताया कि हर बार की तरह इस बार भी ऐसा गणपति बनाना है, जो बाद में काम आ सके और सही मायने में ईकोफ़्रेंड्ली लगे। इसके लिए उसने देशी मकाई को चुना। लगभग 50 किलो मकाई से 5 फ़ीट ऊँचा गणपति बनाया एवं उसी के रेशों से गणेशजी का वाहन मूषक बनाया गया। 

विसर्जन के बाद मकाई का होगा वितरण

अदिति ने बताया कि विसर्जन के बाद मकाई प्रसाद के रूप में ज़रूरतमंद लोगों को वितरित किया जाएगा। आज के युवा वर्ग को धर्म एवं ईकोफ़्रेंड्ली के महत्व को बताने के लिए इस बार उसके गणपति को विश्वविद्यालय में रखा है। गणेशजी की मूर्ति का विसर्जन 9 सितम्बर को पूरे विधि-विधान के साथ किया जाएगा। मंगलवार को पूरे शाही अन्दाज़ में मूर्ति का आगमन विद्यार्थियों द्वारा किया गया एवं बुधवार को सुबह पूजा करके स्थापना की गयी।