सूरत : कपड़ा उद्योगपतियों को मिला दीवाली से पहले बड़ा तोहफा, सचिन के एसईजेड में लगा सकेंगे इकाइयां

सूरत : कपड़ा उद्योगपतियों को मिला दीवाली से पहले बड़ा तोहफा, सचिन के एसईजेड में लगा सकेंगे इकाइयां

सूरत परिधान पार्क एसईजेड के लिए आवंटित कुल 56.64 हेक्टेयर भूमि में से बहुत ही कम जमीन पर है औद्योगिक इकाइयां स्थापित

दीवाली से ठीक पहले सूरत के कपड़ा उद्योगपतियों के लिए एक अच्छी खबर आई है। मंत्री दर्शना जरदोश ने सूरत के कपड़ा उद्योगपति भाइयों को दिवाली का खास तोहफा दिया है। दर्शना जरदोश ने कपड़ा मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद सूरत के कपड़ा उद्योग की समस्याओं को हल करने पर ध्यान केंद्रित किया है। दर्शना जरदोश के प्रयासों के बाद सूरत के कपड़ा उद्योगपति अब सचिन में एसईजेड में इकाइयां लगा सकेंगे।
आपको बता दें कि द सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) के मंच से मंत्री दर्शना जरदोश की उपस्थिति में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के समक्ष सूरत परिधान पार्क (एसईजेड) को गैर-अधिसूचित करने की योजना की प्रस्तुति सफल रही है।  इस बारे में चैंबर के अध्यक्ष आशीष गुजराती ने कहा कि दक्षिणी गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा17 सितंबर, 2021 दिन शुक्रवार को सरसाना के प्लेटिनम हॉल में भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग,कपड़ा, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल और कपड़ा और रेल राज्य मंत्री दर्शन जरदोश के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया गया। 
आपको बता दें कि इस प्रस्तुति में सूरत अपैरल पार्क के एक व्यवसायी रवींद्र आर्य ने चेंबर के मंच से वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को जानकारी दी कि सूरत परिधान पार्क एसईजेड के लिए आवंटित कुल 56.64 हेक्टेयर भूमि में से बहुत ही कम जमीन पर औद्योगिक इकाइयां स्थापित की गई है। इससे कुल जमीन का एक बड़ा हिस्सा बिना उपयोग किये खाली ही पड़ा रहता है। कुल भूमि में से लगभग 21 हेक्टेयर भूमि पर औद्योगिक इकाइयां स्थापित हैं और वहां उत्पादन काम किया जाता है लेकिन इसके अलावा करीब 36 हेक्टेयर जमीन यूँ ही खाली पड़ी है और इसे डीनोटिफाई करने का प्रस्ताव वाणिज्य मंत्री को दिया गया था जिसे सभी द्वारा स्वीकार कर लिया गया।