सूरत : एक साल में 15 फीसदी हवा का प्रदूषण घटाने का टार्गेट, उठाये जाएंगे यह कदम

सूरत : एक साल में 15 फीसदी हवा का प्रदूषण घटाने का टार्गेट, उठाये जाएंगे यह कदम

करीबन 90 से 120 दर्ज होने पर सूरत का एयर क्वॉलिटी इन्डेक्ष और निचे ले जाएंगे

मनपा ने आर्थिक विकास के साथ- साथ पर्यावरण की रक्षा, शहवासियों को ताजा हवा मिले इसलिए कवायद शुरू की है। अगले एक वर्ष दौरान शहर के हवा में 15 फीसदी सुधार लाने का प्रयास शुरू किया है। नेशनल क्लिन एयर प्रोग्राम के तहत गुरूवार को पालिका में हुई बैठक में रोड मेप तैयार किया गया। इस साल सूरत शहर में हवा की गुणवत्ता की मात्रा 90 से 120 दर्ज हुई है। इस गुणवत्ता में 15 फीसदी सुधार करने यानि हवा शुद्ध करने के लिए पालिका शहर ट्रैफिक पुलिस, जीपीसीबी, आपूत्ति विभाग, आरटीओ कार्यालय के साथ मिलकर आगे बढ़ेगी। एयर क्वॉलिटी इन्डेक्ष में सुधार करने के साथ वायु प्रदूषण घटाने भारत सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक प्रशासन द्वारा कदम उठाया जाएगा। स्थानीय स्तर पर डिस्ट्रीस्ट कमेटी द्वारा उठाये जाने वाले कदम को लेकर सेंट्रल कमेटी को रिपोर्ट की जाएगी।
एयर क्वॉलिटी को लेकर शिकायत करने वेबसाइट लॉन्च होगी
शहर के रिहायसी, कमर्शियल या इंडस्ट्रीयल विस्तारों में हवा की गुणवत्ता बिगड़े तो इस संदर्भ में जागरूक नागरिकों द्वारा शिकायतें की जाती है। हालांकि जीपीसीबी सहित प्रशासन द्वारा शिकायत को लेकर विशेष दरकार नहीं ली जाती है। लेकिन अब शिकायत करने प्रशासन द्वारा अगले दिनों में विशेष वेबसाइट लॉन्च की जाएगी। वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन मिलने वाली श्किायतें संबंधित विभाग को सीधे ट्रांसफर की जाएगी। मेल ऑटो ट्रांसमिशन होगा, जिससे शिकायत पर तत्काल कार्यवाही होगी।
लॉकडाउन के समय हवा सबसे ज्यादा शुद्ध हुई
 कोरोना से बचने देश में मार्च 2020 में लॉकडाउन लागू था। व्यापार और उद्योग सभी बंद रहने से एयर क्वॉलिटी में जबरदस्त सुधार आया था। सूरत की हवा की गुणवत्ता की मात्रा औसतन 90 से 120 दर्ज हो रहा है, जो लॉकडाउन दौरान घटकर 50 से निचे आ गया था। लॉकडाउन खुलने के बाद फिर से इंडस्ट्रीज और उद्योग शुरू हो गये। सडक़ों पर वाहन दिन-रात दौड़ रहे है। सभी परिबलों के कारण शहर का एयर क्वॉलिटी इन्डेक्ष आज महत्तम 120 तक पहुंच गया है।
देश के 100 प्रदूषित शहरों में सूरत भी शामिल
देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची जारी की गई है। इस सूची में गुजरात के अग्रिम शहरों भी वायू प्रदूषण की मात्रा ज्यादा है। सरकार द्वारा जारी किए गए 100 शहरों की सूची में गुजरात की आर्थिक राजधानी सूरत भी शामिल है।
शहर की हवा शुद्ध करने इन बातों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा
ई-व्हीकल का उपयोग बढ़ाने पॉलिसी बनाएंगे। सरकारी वाहनों को भी ई-व्हीकल में तब्दील करने पर विचार किया जाएगा। सडक़ों पर दौड़ रहे 15 वर्ष या इससे ज्यादा पुराने वाहनों को लेकर स्केप पॉलिसी को लागू करना, शहर में ग्रीन एरिया में वृद्धि की जाएगी। बायो-डायवर्सिटी पार्क का आयोजन और इंडस्ट्रीयल पोल्यूशन घटाने शिक्षात्मक कार्यवाही होगी।

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