सूरत में एक और 'आयशा' बनते-बनते रह गई, रिक्शा वाले ने बचा लिया!

सूरत में एक और 'आयशा' बनते-बनते रह गई, रिक्शा वाले ने बचा लिया!

रिक्शा चालक को आई अहमदाबाद के आयशा की झलक, ससुराल वालों की प्रताड़ना से थी परेशान

अभी कुछ दिन पहले ही अहमदाबाद में आयशा नाम की एक महिला ने पुल पर से कूदकर अपनी जान दे दी थी। कुछ ऐसी ही वारदात आज सूरत के हॉपपुल पर होने जा रही थी। जब एक एक 38 वर्षीय महिला तापी नदी में कूदकर अपनी जान देने जा रही थी। हालांकि एक रिक्शा चालक ने उसे ऐसा करने से रोक लिए और अहमदाबाद की आयशा घटना का पुनरावर्तन होते होते रह गया। 
38 वर्षीय महिला हैं दो पुत्रों की माता
विस्तृत जानकारी के अनुसार, सूरत के अड़ाजन और चोकबाजार को जोड़ने वाले और तापी नदी पर बने हॉपपुल पर एक 38 वर्षीय दो पुत्रो की माता अपने पति और ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर नदी में कूदने जा रही थी। हालांकि उसी समय वहाँ से जा रहे तोसिफ़ शेख नाम के रिक्शाचालक की नजर महिला पर गई और तुरंत ही उसने रिक्शा एक तरफ खड़ी कर तुरंत ही उसे बचाने दौड़ पड़ा। तोसिफ़ ने महिला का हाथ पकड़ कर उसे नदी में कूदने से रोक लिया था। 
इसी बीच वहाँ अन्य लोग भी जमा हो गए। सभी ने महिला को पुलिस के पास जाने की सलाह दी, पर महिला का एक ही सुर लगाए बेटी थी की यदि वह पुलिस के पास भी जाएगी तो भी उसका पति उसे परेशान करेगा। उसके पास अब और कोई उपाय नहीं हैं। इसलिए वह अपने संतानों की चिंता किए बिना मर जाना चाहती हैं। घटना की जानकारी मिलते ही रांदेर पुलिस भी वहाँ पहुंची थी और उन्होंने महिला को समझा कर उसे अपने भाई के साथ भेजा था। 
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