फर्जी आयुष्मान कार्ड घोटाले की तह तक जाने की जद्दोजहद में सूरत पुलिस

नकली कार्ड बनाने वाले मुकेश के एक दिन के रिमांड मंजूर, कई लोगों के डुप्लिकेट कार्ड बनाए होने की आशंका

चौक बाजार पुलिस ने गत दिनों सात सौ रुपए में नकली आयुष्मान कार्ड बनाने वाले आरोपी को पकड़ा था। पुलिस ने इस आरोपी का 1 दिन का रिमांड लेकर इसके मास्टर माइंड तक पहुंचने की कोशिश शुरू की है। नकली कार्ड भावनगर में बने होने की आशंका के कारण चौक बाजार पुलिस ने अब भावनगर जांच के लिए डेरा डालने की तैयारी शुरू की हैं।  
उपचार के दौरान हुआ खुलासा
मिली जानकारी के अनुसार कतारगाम में अंबा तलावडी में गजानन पार्क सोसायटी में रहने वाले खीमजीभाई रामजी भाई मोनपरा को हार्टअटैक आने के बाद उपचार के लिए महावीर हॉस्पिटल में ले जाया गया था। यहां उन्होंने आयुष्मान कार्ड दिखाकर उपचार कराना चाहा, तब हॉस्पिटल के स्टाफ ने जब कार्ड का नंबर कंप्यूटर सिस्टम में डाला तो वह नोट वेरीफाई आ रहा था। खीमजीभाई का यह कार्ड भावनगर के मुकेश मकवाना ने बनवाया था। एक कार्ड बनाने के बदले में 700 रूपए और खीमजी भाई तथा उनके दो बेटों के मिलाकर कुल 2100 रुपए मुकेश मकवाना ने खीमजीभाई से वसूल किए थे। अस्पताल में जब कार्ड नहीं चला तब जाकर मुकेश द्वारा नकली कार्ड बनाकर बेचने की जानकारी का पर्दाफाश हुआ था। चौकबाजार पुलिस स्टेशन के पी आई आनंद चौधरी ने खीमजीभाई की शिकायत के आधार पर धोखाधदी की शिकायत दर्ज करके मामले की जांच शुरू की है। 
पुलिस को हैं मास्टरमाइन्ड की तलाश
पुलिस ने बोगस आयुष्मान कार्ड बनाने वाले आरोपी मुकेश मकवाना को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को आशंका है कि यह कार्ड भावनगर में ही बनाया गया है। इसलिए पुलिस ने इस पूरे मामले की तह तक पहुँचने के लिए तथा कार्ड बनाने के का समान कहाँ से लाया गया तथा कितने लोगों को अब तक यह नकली कार्ड बेचा गया हैं, इस तरह के प्रश्न के उत्तर जानने के लिए मुकेश मकवाना के एक दिन के रिमांड मंजूर करवाए हैं। 
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