सूरत : कोरोना मरीजों में ऑक्सीजन की खपत लगातार बढ़ रही

मात्र 10 दिनों के अंतर में दोगुनी हुई खपत, सूरत में एक ही दिन में 90 मेट्रिक टन से अधिक ऑक्सीज़न का हुआ इस्तेमाल

राज्य में कोरोना का संक्रमण बहुत ही तेजी से फ़ैल रहा है। प्रतिदिन सामने आने वाले मामलों की संख्या भी दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए नाईट कर्फ्यू जैसे कई कड़क नियमों का पालन किया जा रहा है। फ़िलहाल गुजरात में अहमदाबाद और सूरत की स्थिति काफ़ी नाजुक बनी हुई है, और यहाँ लगातार संक्रमित मामले मिल रहे है।
आपको बता दें कि सूरत शहर में प्रतिदिन 600 से अधिक मामले सामने आ रहे है और इसी के चलते अस्पतालों में उपयोग में ले जा रही ऑक्सीजन की मात्रा के आधार पर सूरत ने वडोदरा को पीछे छोड़ दिया है। सूरत में एक दिन में 90.11 मीट्रिक टन (एमटी) ऑक्सीजन की खपत हुई है जो केवल 10 दिन पहले हुए 13.84 मीट्रिक टन से खपत में छह गुना अधिक है। गुजरात फूड एंड ड्रग्स कंट्रोल एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीसीए) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि सूरत में 6 अप्रैल (70.81 मीट्रिक टन) और 7 अप्रैल (90.11 मीट्रिक टन) को भी राज्य में कोविड -19 रोगियों के लिए अधिकतम ऑक्सीजन की खपत दर्ज की गई है।
आपको बता दें कि सूरत में प्रतिदिन 113.09 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता है। एफडीसीए के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत वाले 2,121 मरीजों को सूरत के अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। मंगलवार को यह बढ़कर 2,772 मरीज हो गए जबकि ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़कर 123.41 मीट्रिक टन हो गई। वहीं सूरत नगर निगम के आंकड़ों को देखें तो बुधवार को सूरत में कोविड के 747 नए मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत थी जबकि 191 मरीजों को बाओपंप और 32 को वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत थी।
सिर्फ सूरत ही नहीं राज्य के अन्य शहरों में में पिछले 10 दिनों में दैनिक ऑक्सीजन की कुल खपत बढ़ चुकी है। अधिकांश शहरों में ऑक्सीजन की खपत दोगुना हो चुका हैं। अहमदाबाद में 27 मार्च को 18.45 मीट्रिक टन की खपत के बाद 6 अप्रैल को 59.09 मीट्रिक टन की खपत देखी गई। राजकोट में इस समय के दौरान ऑक्सीजन की खपत 7.99 मीट्रिक टन से बढ़कर 22.84 मीट्रिक टन हो गई। जामनगर 6 अप्रैल को आवश्यक 12.29 मीट्रिक टन के साथ ऑक्सीजन का उपभोग करने वाला पांचवां सबसे बड़ा जिला बन गया।