सूरत : शहर के 19 कृत्रिम झीलों में 35,000 से अधिक बाप्पा हुए विसर्जित

सूरत : शहर के 19 कृत्रिम झीलों में 35,000 से अधिक बाप्पा हुए विसर्जित

शहर के कई रास्ते रहे बंद, बस सुविधा भी दोपहर तक रही कार्यरत

आज गणेश विसर्जन के साथ ही गणेश जी अपने भक्तों के घर से रवाना हो रहे है। कोरोना काल के कारण इस बार भी पिछली साल की तरह त्यौहार अपने असली रंग में नहीं दिखा। आज सूरत में इस साल 19 कृत्रिम झीलों में 35,000 से अधिक मूर्तियों के विसर्जित होने का अनुमान है। साथ ही घर- सोसाइटी में 10 हजार से अधिक मूर्तियाँ विसर्जित हुए है। साथ ही कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 10,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। हालांकि कोरोना को देखते हुए बनाये गये नियमों के अनुसार इस बार एक साथ अधिकतम 15 लोग विसर्जन यात्रा पर जा सकते थे। साथ ही केवल स्थानीय लोगों को ही डुमस और हजीरा के समुद्र में विसर्जन करने की अनुमति थी।
आपको बता दें कि पुलिस ने निजी वाहनों के लिए शहर की 22 प्रमुख सड़कों को बंद कर यातायात को बनाए रखने के लिए वैकल्पिक मार्ग सुझाए थे। नगर पालिका ने 57 सीसीटीवी कैमरों से 19 कृत्रिम झीलों की निगरानी रखी थी। वर्ष 2019 में 21 कृत्रिम झीलों में 59 हजार प्रतिमाएं विसर्जित की गईं। इस वर्ष 70 प्रतिशत गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की गई है।
आपको बता दें कि रविवार सुबह 7 बजे से शाम तक शहर के मुख्य मार्ग वाहनों के आवागमन के लिए बंद रहें। नगर पालिका की बीआरटीएस बस सेवा सभी रूटों पर दोपहर 2 बजे तक चालू रही। साथ ही सिटी बस के 42 रूटों को आंशिक रूप से बदला गया था।