सूरत : गणेश विसर्जन के दौरान कृत्रिम सरोवर में जनता के लिए नो-एंट्री

सूरत :  गणेश विसर्जन के दौरान कृत्रिम सरोवर में जनता के लिए नो-एंट्री

सूरत पुलिस समुद्र और तापी नदी में तीन नावों से करेगी गश्त, राजमार्ग पर ही लगाए 82 सीसीटीवी कैमरे

सूरत पुलिस ने यह सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत व्यवस्था की है कि सूरत के विभिन्न क्षेत्रों से 5233 भगवान गणेश के विसर्जन के जुलूस बिना किसी रोक-टोक के चले। एसआरपी और रैपिड एक्शन फोर्स कंपनियों के साथ 13,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। नाव से नदी, समुद्र में पुलिस गश्त करेगी। यह भी घोषणा की गई है कि जनता को विसर्जन के दौरान कृत्रिम तालाबों में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।


विसर्जन यात्रा की अनुमति मांगने वाले 5233 गणेश मंडलों में से 4255 को मंजूरी


कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों के दौरान प्रतिबंधों के तहत मनाए गए सूरत के लोगों का पसंदीदा गणेशोत्सव इस वर्ष बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। सूरत में श्रीजी की 65,000 से अधिक छोटी मूर्तियां स्थापित की गई हैं। जागरूकता के कारण लोगों के बीच अब छोटी और मिट्टी की मूर्तियों की संख्या बढ़ गई है और उन्हें दरवाजे पर ही विसर्जित किया जा रहा है। हालांकि, कई गणेश आयोजक श्रीजी की विसर्जन यात्रा का आयोजन करते हैं और उनकी मूर्ति को एक कृत्रिम झील में विसर्जित करते हैं। इस वर्ष कुल 5233 आयोजकों ने विसर्जन यात्रा की अनुमति मांगी है, सूरत पुलिस ने 4255 को अनुमति दी है। जबकि शेष प्रक्रिया जारी है।


13 हजार से अधिक जवान होंगे विसर्जन यात्रा के बंदोबस्त में


सूरत के पुलिस आयुक्त अजयकुमार तोमर ने शुक्रवार 9 तारीख को होने वाली विसर्जन यात्रा की जानकारी देते हुए कहा कि इस वर्ष स्थानीय कृत्रिम सरोवरों में गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन पर जोर दिया जाएगा। हालांकि विसर्जन के दौरान जनता को कृत्रिम झीलो पर प्रवेश नहीं मिलेगा। सूरत पुलिस के दो अतिरिक्त पुलिस आयुक्तों, 16 डीसीपी, 28 एसीपी, 95 पीआई, 237 पीएसआई, 5000 शहर पुलिस कर्मियों, 5600 होमगार्ड कर्मियों, 1350 टीआरबी कर्मियों सहित कुल 12328 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। उन्हें एसआरपी की 14 कंपनियों और रैपिड एक्शन फोर्स की एक कंपनी का सहयोग मिलेगा। साथ ही पुलिस के करीब 3500 दोस्त वर्दी में होंगे।

गणेश मंडलों को दिया विसर्जन का समय-मार्ग, समय पर निकलने की अपील


पुलिस ने पांच फीट ऊंची मूर्तियों के लिए विसर्जन का समय और रास्ता बताया है। पुलिस ने आयोजकों से समय पर निकलने की अपील की है। पुलिस ने राजमार्ग पर 82 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। साथ ही कृत्रिम झीलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और उनका सीधा प्रसारण कंट्रोल रूम में किया जाएगा।15 ड्रोन कैमरों से करेंगे संवेदनशील इलाकों की निगरानी 

राजमार्ग, डिंडोली, लिंबायत में कॉम्बिंग की जाएगी और छत से निगरानी की जाएगी 


सूरत पुलिस इस साल तीन नावों के जरिए समुद्र और तापी नदी में गश्त करेगी। संवेदनशील इलाकों में 15 ड्रोन कैमरे से रखेंगे नजर, राजमार्ग, डिंडोली और लिंबायत में बनाए गए हैं धाबा पोईन्ट। पुलिस की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम सोशल मीडिया पर लगातार नजर रखेगी।
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